विधानसभा में रणधीर सिंह को किया गया मार्शल आउट, हंगामेदार रहा विधानसभा सत्र का पहला दिन

जनजातीय सुवती की मौत पर उसका नाम शोक प्रस्ताव में शामिल नहीं करने पर मैंने इसका विरोध किया.

By Raj Lakshmi | December 19, 2022 5:50 PM
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विधानसभा का शीतकालिन सत्र खूब हंगामेदार रहा. इसकी वजह बनी साहेबगंज की घटना. सत्र के पहले दिन शोक प्रस्ताव का आयोजन किया गया था. इस दौरान साहेबगंज में मारी गइ जनजातीय युवती का नाम उस सूची में शामिल नहीं होने पर बीजेपी ने विधानसभा के अंदर जोरदार हंगामा किया. बीजेपी से सारठ विधायक रणधीर कुमार सिहं ने बेंच के उपर खड़े होकर हंगामा शुरू कर दिया. जिसके बाद सारठ विधायक को मार्शल आउट किया गया. सदन से बाहर आकर सारठ विधायक रणधीर सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सदन में मैंने साहेबगंज में हुई लड़की की मौत का मुद्दा उठाया.

मैंने सही के लिए आवाज उठाई जो सरकार बर्दाश्त नहीं कर सकी – रणधीर सिंह

सरकार ने शोक प्रस्ताव में साहेबगंज में मारी गइ लड़की का नाम सूची में शामिल नहीं होने पर सवाल किया. लेकिन सरकार के पास कोइ जवाब नहीं था. एक जनजातीय सुवती की मौत पर उसका नाम शोक प्रस्ताव में शामिल नहीं करने पर मैंने इसका विरोध किया. इसके विरोध में मैं डेस्क पर खड़े हो गया, जो सरकार से बर्दाश्त नहीं हुआ. इसी लिए मुझे स्पीकर ने माशर्ल आउट का आदेश दे दिया. लेकिन मैं ये बताना चाहता हूं कि मैंने सही के लिए आवाज उठाई है. कोइ गलत काम नहीं किया है. हेमंत सरकार राज्य की नथ्क्कमी सरकार है. इस राज्य की आदिवासी सरकार एक जनजातीय बेटी के प्रति शोक भी नहीं जता सकते है.

आए दिन आदिवासी लड़कियां हो रही लव-जिहाद का शिकार

इससे अधिक दुखद और क्या होगा. इसलिए मैंने आवाज उठाइ है. ऐसे ही सरकार के गलत फैसलो के खिलाफ मैं खुलकर आवाज उठाते रहूंगा. सरकार को चाहिए कि ऐसा कानून बनाए राज्य में कि इस तरह की घटना करने से पहले आरोपी के रौंगटे खड़े हो जाए. राज्य में आए दिन आदिवासी लड़कियां इस तरह से लव-जिहाद का शिकार होते आ रहीं हैं.

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