रांची : रातू रोड के लोगों का रहना और सड़कों से गुजरना हुआ दुश्वार, जानें क्या है इसकी बड़ी वजह
रातू रोड में सबसे बुरी स्थिति दुकानदारों की है. दुकानों में रखे सामानों पर धूल की मोटी परत जम जाती है. प्लास्टिक का पर्दा लगाने के बाद भी दुकानदारों को राहत नहीं है.
रांची : रातू रोड के लोग ट्रैफिक जाम और धूल से त्रस्त हैं. एलिवेटेड रोड का निर्माण होने से रातू रोड में रहना और वहां से गुजरना दोनों दुश्वार हो गया है. एलिवेटेड रोड निर्माण कार्य की वजह से लगे अवरोधों के कारण सड़कें जगह-जगह संकरी हो गयी हैं. ऐसे में पूरे दिन सड़क पर गाड़ियों की कतार लगी रहती है. सड़कें टूट-फूट भी गयी हैं. गड्ढों को भरने के लिए स्टोन डस्ट का इस्तेमाल किया गया है. लेकिन, उस पर पानी पटाने का कोई इंतजाम नहीं किया गया है. नतीजा पूरे दिन रातू रोड में रहने और वहां से गुजरने वाले लोगों को धूल फांकनी पड़ रही है. एलिवेटेड रोड के निर्माण की वजह से भी हवा में उड़ती धूल की मात्रा बढ़ती जा रही है.
दुकानदार परेशान, लोगों को नहीं मिल रही कपड़ा सुखाने की भी जगह :
रातू रोड में सबसे बुरी स्थिति दुकानदारों की है. दुकानों में रखे सामानों पर धूल की मोटी परत जम जाती है. प्लास्टिक का पर्दा लगाने के बाद भी दुकानदारों को राहत नहीं है. उनके ग्राहकों की संख्या भी कम हो गयी है. धूल की वजह से रातू रोड में घर बना कर रहनेवाले लोगों को खुले में कपड़ा सुखाने की जगह नहीं मिल रही है.
पानी छिड़कने की जगह सफाई वाहन घुमा धूल उड़ा रहा निगम :
नगर निगम या एलिवेटेड रोड बनाने वाली कंपनी को आम लोगों की परेशानी से कोई फर्क नहीं पड़ रहा है. सड़क पर बन गये गड्ढों की मरम्मत तो दूर की बात है, 24 घंटे रात-दिन चल रही धूल भरी हवा को कम करने के लिए रोड पर पानी का छिड़काव भी नहीं किया जा रहा है. वहीं, नगर निगम लोगों के जले पर नमक छिड़कते हुए रातू रोड में सड़क की सफाई करने वाले वाहन को घुमाकर हवा में धूल की मात्रा बढ़ा रहा है.
हाल के दिनों में सड़क पर धूल काफी बढ़ गयी है. कई बार सांस लेना भी मुश्किल लगने लगता है. पानी का छिड़काव कर धूल कम करने के प्रयास की जगह प्रशासन सफाई वाहन चला कर धूल उड़ाता है. एलिवेटेड रोड बनाने वाली कंपनी भी लोगों की सहूलियत को देख कर काम नहीं कर रही है.
मनोज अग्रवाल, व्यवसायी, रातू रोड
धूल और ध्वस्त ट्रैफिक व्यवस्था की वजह से रातू रोड से गुजरना मुश्किल हो गया है. सड़क पर बने गड्ढों को भरने के लिए कुछ नहीं किया जा रहा है. जन-प्रतिनिधियों को भी जनता से कोई मतलब नहीं है. सभी कान में तेल और आंख पर चश्मा डाल कर सो रहे हैं. लोग काफी परेशान हाल हैं.
रंगनाथ महतो, रातू रोड