रांची. झान रीजनल बिशप्स काउंसिल की वार्षिक बैठक मंगलवार को पुरुलिया रोड स्थित एसडीसी सभागार में हुई. बैठक में काउंसिल के तहत विभिन्न कमीशनों जिनमें अंतरधार्मिक वार्ता कमीशन, बाइबल कमीशन, यूथ कमीशन, महिला कमीशन आदि के कामों पर चर्चा की गयी. इन कमीशनों के तहत हुए कार्यों की रिपोर्ट भी रखी गयी. झारखंड में पलायन जैसी समस्या और इसके समाधान पर चर्च की भूमिका पर चर्चा की गयी. कलीसिया जीवंत रूप से आगे बढ़ सके और गरीबों की सेवा कर सके, इस पर भी बात हुई. समाज के उत्थान में सरकार तथा दूसरे संगठनों के साथ मिलकर चर्च कैसे काम करे, इस पर भी बात हुई. इस अवसर पर रांची महाधर्मप्रांत के आर्चबिशप विसेंट आईंद ने कहा कि कई तरह की समस्याएं हैं पर हमें सकारात्मक रूख रखना है और भविष्य की तरफ देखना है. हमें यह भी देखना है कि जरूरतमंदों की सेवा में ज्यादा से ज्यादा कैसे योगदान दे सकते हैं.
देश के उत्थान में योगदान देने की कोशिश करें
डालटनगंज के बिशप थियोडोर मास्करेहंस ने कहा कि ऐसे लोग जिनका कोई नहीं है, जो असहाय हैं उनके उत्थान में कलीसिया का योगदान क्या हो सकता है. उन्होंने कहा कि समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों के साथ मिलकर काम करते हुए हम देश के उत्थान में अपना योगदान देने की कोशिश करें. बैठक में अन्य बिशपों ने भी विचार रखे. मौके पर बिशप विसेंट बरवा, बिशप विनय कंडुलना, बिशप आनंद जोजो, बिशप जूलियस मरांडी, बिशप लीनुस पिंगुल, बिशप सल्वाराज तथा काउंसिल के डिप्टी सेक्रेटरी फादर वलेरियन लोबो मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है