रांची : डीएवी ग्रुप के रांची जोन के क्षेत्रीय पदाधिकारी डॉ केसी श्रीवास्तव ने बताया कि देशभर में डीएवी ग्रुप से जुड़े शिक्षण संस्थान में कार्यरत पदाधिकारी, शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारी अपने एक दिन का वेतन प्रधानमंत्री राहत कोष में देंगे. यह रकम कोरोना वायरस जैसे वैश्विक आपदा से निपटने के लिए सहयोग राशि के रूप में दिया जायेगा. सहयोग राशि 15 अप्रैल तक जमा कर दी जायेगी. डॉ केसी श्रीवास्तव ने बताया कि डीएवी कॉलेज मैनेजमेंट कमेटी की प्रधान पूनम सूरी के नेतृत्व में देशभर में ग्रुप के शिक्षण संस्थान इस महामारी से निपटने में बढ़-चढ़ कर अपनी भूमिका का निर्वहन करेगा. उन्होंने बताया कि पहले भी ऐसी विपदा की स्थिति में डीएवी ग्रुप ने अग्रणी भूमिका निभाते हुए बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया है.वर्चुअल क्लास से जुड़ने की दी सलाहकोरोना संक्रमण से बचाव के लिए डीएवी ग्रुप के सभी संस्थान बंद हैं. डीएवी कॉलेज मैनेजमेंट कमेटी के प्रधान पद्मश्री पूनम सूरी के मार्गदर्शन में ग्रुप ने इस परिस्थिति में सभी शिक्षकों को तकनीक का प्रयोग करने और रचनात्मक तरीके से बच्चों को पढ़ाने के लिए वर्चुअल क्लास का इस्तेमाल करने की सलाह दी है.
रांची जोन के निदेशक जेपी शूर की निगरानी में शिक्षक वर्चुअल क्लास के माध्यम से बच्चों से जुड़ रहे हैं. वहीं जिन क्षेत्रों में वर्चुअल क्लास की सुविधा नहीं है, वहां के डीएवी ग्रुप एसएमएस के जरिये बच्चों को होमवर्क देने का काम कर रहे हैं. इसके साथ ही डीएवी ग्रुप के सभी स्कूलों ने अपनी-अपनी वेबसाइट पर हर क्लास के लिए होमवर्क अपलोड कर दिया है.तय समय पर होगा क्लासडॉ केसी श्रीवास्तव ने बताया कि डीएवी ग्रुप के सभी स्कूलों के लिए सिलेबस निशा पसीन की निगरानी में डीएवी सेंटर फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस की ओर से जारी किया जा रहा है. उन्हीं की निगरानी में वर्चुअल क्लास की डिजाइन तैयार की गयी है. हर वर्ग के लिए अलग-अलग कक्षाएं आयोजित की जा रही हैं. अभिभावकों को मैसेज के जरिये उनके बच्चों की कक्षा का समय बताया जा रहा है. विद्यार्थी मैसेज में भेजे गये लिंक से वर्चुअल क्लास से जुड़ सकेंगे. डॉ श्रीवास्तव ने बताया लॉकडाउन की वजह से ग्रुप किसी भी कीमत पर बच्चों की पढ़ाई प्रभावित नहीं होने देगा. उन्होंने अभिभावकों से अपील की है कि उनके बच्चे निश्चित समय पर घर बैठें और वर्चुअल क्लास में शामिल हों.