संत अन्ना धर्मसंघ की 15 धर्मबहनों ने लिया प्रथम व्रतधारण
संत अन्ना धर्मसंघ की 15 धर्मबहनों ने मंगलवार को संत अन्ना जेनेरालेट में प्रथम व्रतधारण कर खुद को ईश्वर की सेवा में समर्पित किया.
रांची. संत अन्ना धर्मसंघ की 15 धर्मबहनों ने मंगलवार को संत अन्ना जेनेरालेट में प्रथम व्रतधारण कर खुद को ईश्वर की सेवा में समर्पित किया. व्रतधारण धर्मविधि के मुख्य अनुष्ठाता आर्चबिशप विसेंट आईंद थे. उन्हें धर्मविधि के दौरान फादर मक्सीमुस टोप्पो और फादर फूलदेव सोरेंग ने सहयोग किया. आर्चबिशप ने कहा कि धर्मसंघीय बुलाहट ईश्वर का एक अनमोल उपहार है, जो दूसरों की सेवा के लिए ईश्वर द्वारा प्रदान किया जाता है. इस कार्य में काफी चुनौतियां हैं, मगर ईश्वर ही उन पर विजय पाने की शक्ति भी देता है. अतः हमें साहसपूर्वक ईश्वरीय बुलाहट का प्रत्युत्तर देते हुए उनके मिशन को आगे बढ़ाना है, क्योंकि ईश्वर सदा हमारे साथ है. व्रतधारण करनेवाली 15 धर्मबहनों में नौ गुमला प्रोविंस के लिए और छह रांची प्रोविंस की हैं. इनमें सिस्टर नैना तिग्गा, सिस्टर निमोन्ती टोप्पो, सिस्टर रीना जोजो, सिस्टर समीरा तिर्की, सिस्टर अंजलीना सुरीन, सिस्टर मलाइका कुजूर, सिस्टर रोजलिना बाड़ा, सिस्टर सुशीला बाः, सिस्टर विद्या लकड़ा सिस्टर शर्मिला लकड़ा, सिस्टर देवकिरण भेंगरा, सिस्टर नीलम होरो, सिस्टर अरुणा कुजूर, सिस्टर असमिका विरांग मुंडरी और सिस्टर जेम्मा समीरा कंडीर शामिल है. मिस्सा समारोह के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन हुआ. इस अवसर पर संत अन्ना धर्मसंघ की परमाधिकारिणी सिस्टर लिली ग्रेस तोपनो, सिस्टर सोसन बाड़ा, सिस्टर जसिंता केरकेट्टा, सिस्टर मोनिका कुजूर, सिस्टर सुजाता कुजूर, सिस्टर अनिमा डांग आदि धर्मबहनें मौजूद थीं.
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