black marketing of remdesivir jharkhand case रांची : राजधानी में रेमडेसिविर कालाबाजारी के मामले की जांच एसआइटी कर रही है. एसआइटी ने मामले में जेल भेजे गये राजीव सिंह के मोबाइल फोन को तकनीकी जांच के लिए भेजा था. जिसमें खुलासा हुआ है कि वह सीनियर पुलिस अफसरों के नाम पर फोन करके लोगों से पैसा मांगता था. यह जानकारी मिलने पर एसआइटी इंस्पेक्टर संतोष कुमार ने डोरंडा थाने में राजीव सिंह के खिलाफ केस दर्ज कराने के लिए आवेदन दिया है.
मामले में राजीव सिंह के खिलाफ डोरंडा थाने में गुरुवार को केस दर्ज हो सकता है. जानकारी के अनुसार, पुलिस ने रेमडेसिविर कालाबाजारी मामले की जांच के दौरान राजीव सिंह की मोबाइल जब्त की थी. डाटा रिकवर के लिए मोबाइल फॉरेंसिक के पास भेजा था. जांच में एसआइटी को पता चला कि राजीव सिंह कभी रेल डीआइजी के नाम पर, तो कभी खुद को पलामू डीआइजी बताकर केस में मदद करने के नाम पर लोगों से पैसे की मांग करता था. उसने पुलिस अधिकारियों के नाम पर चतरा में एक एनडीपीएस के केस में एक युवक से पांच लाख रुपये मांगे थे.
एसआइटी ने जांच में पाया कि जिस मोबाइल नंबर से फोन किया गया था, वह राजीव सिंह खुद प्रयोग करता था. हालांकि, अब तक की जांच में पैसे के लेनदेन से संबंधित साक्ष्य होने की बात सामने नहीं आयी है. केस दर्ज करने के बाद पुलिस संबंधित लोग से पूछताछ कर सकती है. राजीव सिंह को रिमांड पर ले सकती है.