रांची. राज्य के सरकारी स्कूलों में शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार को लेकर लगातार अभियान चलाया जा रहा है. झारखंड शिक्षा परियोजना ने इस क्रम में स्कूलों का रिपोर्ट कार्ड तैयार करने का निर्णय लिया है. शिक्षा परियोजना ने रिपोर्ट कार्ड का फाइनल ड्राफ्ट तैयार कर लिया है. प्रोजेक्ट इंपैक्ट के तहत राज्य के सभी सरकारी विद्यालय अपना मूल्यांकन कर अपना रिपोर्ट कार्ड तैयार करेंगे. स्कूल के बच्चों के रिपोर्ट कार्ड की तर्ज पर अब स्कूलों का भी रिपोर्ट कार्ड बनेगा. प्रत्येक विद्यालय का विभिन्न मानकों के आधार पर स्वयं को दो हजार अंकों में मूल्यांकन करना है.
80 मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय का मूल्यांकन होगा
प्रथम चरण में राज्य के 80 मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय व 325 प्रखंड स्तरीय आदर्श विद्यालय का मूल्यांकन होगा. इस माह के अंत तक इन विद्यालयों का रिपोर्ट कार्ड जारी कर दिया जायेगा. स्कूलों का रिपोर्ट कार्ड तैयार करने के लिए विद्यालयों को मिलाकर कलस्टर बनाया गया है. प्रत्येक कलस्टर के लिए नोडल पदाधिकारी नियुक्त किया गया है. पदाधिकारी इस बात को सुनिश्चित करायेंगे कि विद्यालय द्वारा रिपोर्ट कार्ड को लेकर दी गयी जानकारी सही है. विद्यालयों का प्रत्येक माह स्कोर कार्ड जारी होगा. इसके आधार पर विद्यालय अपने प्रदर्शन का आकलन कर सकेंगे. विद्यालय को शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार कर सकेंगे.
तीन श्रेणियों में होगा स्कूलों का सर्टिफिकेशन
स्कूलों का सर्टिफिकेशन तीन श्रेणी में होगा. विद्यालयों को स्वर्ण, रजत व कांस्य तीन श्रेणी में सर्टिफिकेट दिया जायेगा. दो हजार में से 1800 से अधिक अंक पानेवाले विद्यालय को स्वर्ण सर्टिफिकेट मिलेगा. स्कोर कार्ड के आधार पर बेहतर प्रदर्शन करने वाले स्कूलों को पुरस्कृत किया जायेगा. जिन विद्यालयों का रिपोर्ट कार्ड बेहतर नहीं होगा, उन्हें सुधार का अवसर दिया जायेगा.
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