झारखंड (Jharkhand) के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) ने गणतंत्र दिवस के मौके पर उपराजधानी दुमका (Dumka) के पुलिस लाईन परेड ग्राउंड में ध्वजारोहण किया. अपने संबोधन में उन्होंने झारखंड को लेकर कई बड़े ऐलान किए. कहा कि निजी क्षेत्र के 75 फीसदी पद को स्थानीय लोगों के लिए आरक्षित (Resrvation) होंगे. उन्होंने कहा कि राज्य के लोगों की भावना के अनुरूप नई स्थानीयता नीति परिभाषित कर रहे हैं.
सीएम ने ऐलान किया कि अल्पसंख्यक विद्यालयों में कर्मी की नियुक्ति कके लिए नियमावली बनाई जा रही है. शिक्षक और पुलिस भर्ती के लिए भी हम जल्द नियमावली ला रहे हैं. इससे पहले मुख्यमंत्री ने झारखण्डवासियों को 72वें गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनायें दी.
कहा कि हमारे संवैधानिक मूल्यों एवं महान लोकतांत्रिक परम्पराओं की ही देन है कि गांव, गरीब, किसान और मजदूर भाईयों के आशीर्वाद से लगभग एक वर्ष पहले एक मजबूत एवं जनप्रिय सरकार का गठन हुआ. इस सरकार का मुखिया होने के नाते मुझ पर आपके सपनों और आकांक्षाओं को पूरा करने की जिम्मेवारी है और मैं आपसे किये हर वादे को निभाने के लिए वचनबद्ध भी हूं.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड और यहां की अस्मिता मेरे लिए सर्वोपरि है. सामाजिक न्याय के साथ एक सशक्त और विकसित झारखंड के निर्माण के संकल्प को लेकर मैं पूरी निष्ठा और तत्परता से काम कर रहा हूं और मुझे इसमें आप सब का भरपूर सहयोग भी मिल रहा है.
हेमंत सोरेन ने कहा कि हम सब जानते हैं कि विगत एक वर्ष हमारे लिए कठिन रहा, इस दौरान हमें कई तरह की चुनौतियों और समस्याओं का सामना करना पड़ा. कोरोना महामारी से उत्पन्न परिस्थितियों से निपटने के लिए हम हर मोर्चे पर लड़े. आप सबों की मेहनत का ही प्रतिफल है कि कोरोना महामारी को नियंत्रित करने में हमें सफलता प्राप्त हुई. इस दौरान राज्य सरकार ने कई ऐसे निर्णय लिये जिसकी सराहना देशभर में हुई.
चाहे तेलंगाना से रांची के लिए चलने वाली देश की पहली श्रमिक स्पेशल ट्रेन की बात हो या दूर दराज के राज्यों में फंसे मजदूर भाईयों को एयर लिफ्ट कराकर सकुशल घर वापसी की बात हो,हमारी सरकार ने हर कदम पर संवेदनशीलता एवं प्रतिबद्धता का परिचय दिया है. यह इस बात का पुख्ता प्रमाण है कि राज्य का अंतिम व्यक्ति हमारी सरकार की प्राथमिकता में सबसे उपर है.
इनपुट: आनंद जायसवाल
Posted By: Utpal kant