पांच माह बाद भी परीक्षा नियंत्रक नियुक्ति का रिजल्ट जारी नहीं

पांच माह से अधिक समय हो गये, लेकिन झारखंड लोक सेवा आयोग दो विवि में परीक्षा नियंत्रक के पद पर नियुक्ति के लिए अपनी अनुशंसा नहीं भेज सका है. आयोग ने विवि में अधिकारियों की नियुक्ति के लिए दिसंबर-2019 में प्रक्रिया शुरू की थी.

By Prabhat Khabar News Desk | September 4, 2020 7:58 AM

रांची : पांच माह से अधिक समय हो गये, लेकिन झारखंड लोक सेवा आयोग दो विवि में परीक्षा नियंत्रक के पद पर नियुक्ति के लिए अपनी अनुशंसा नहीं भेज सका है. आयोग ने विवि में अधिकारियों की नियुक्ति के लिए दिसंबर-2019 में प्रक्रिया शुरू की थी. इनमें झारखंड रक्षा शक्ति विवि में रजिस्ट्रार, विनोबा भावे विवि में वित्त पदाधिकारी, रांची विवि व विनोबा भावे विवि में परीक्षा नियंत्रक तथा नीलांबर-पीतांबर विवि में डिप्टी रजिस्ट्रार की नियुक्ति शामिल है.

आयोग ने सभी पदों के लिए योग्य उम्मीदवारों का साक्षात्कार लिया और इसके आधार पर 18 मार्च 2020 को रिजल्ट भी जारी किया. पर आयोग ने रांची विवि व विनोबा भावे विवि में परीक्षा नियंत्रक की नियुक्ति वाली रिजल्ट रोक दी. पांच माह बाद भी न तो रिजल्ट जारी हुआ है और न ही संबंधित विवि को अनुशंसा भेजी गयी है.

इधर रिजल्ट निकलने से पूर्व ही रांची विवि में उक्त पद के एक उम्मीदवार डॉ आशीष कुमार झा की अनुशंसा होने की जानकारी सार्वजनिक हो गयी है. वहीं एक संगठन व किसी अखिलेश कुमार नामक व्यक्ति ने डॉ झा पर विवि में रहने के दौरान कई आरोप लगाते हुए श्री झा को राजभवन द्वारा हटाये जाने व विवि द्वारा जेपीएससी के पास नियुक्ति के लिए एनअोसी दिये जाने की जांच की मांग भी कर दी.

साथ ही संबंधित व्यक्ति की अनुशंसा रोकने का आग्रह भी किया है. शुरू में आयोग को भी समझ में नहीं आया कि जब रिजल्ट निकला ही नहीं, तो संबंधित उम्मीदवार की ही अनुशंसा हो रही है, यह जानकारी उक्त संगठन व व्यक्ति को कैसे मिली. इसके बावजूद डॉ झा पर लगे आरोप पर आयोग ने तत्परता दिखाते हुए रांची विवि से आपत्ति क्लियर करने का अनुरोध किया. रांची विवि ने उक्त उम्मीदवार के संबंध में जवाब देते हुए कहा कि उक्त पद पर पदस्थापित अधिकारी स्वयं अपने आग्रह पर पठन-पाठन के लिए गये.

बताया जाता है कि विवि के जवाब पर आयोग ने विवि से पुन: इस बात को क्लियर करने का आग्रह किया कि जब डॉ झा पठन-पाठन के लिए विभाग गये (जैसा कि विवि ने जवाब दिया है) और उनका टेन्योर भी काफी बचा हुआ था और डॉ झा जब स्टडी लीव खत्म कर पुन: उक्त पद आना चाहते थे, तो विवि ने आनन-फानन में उक्त पद को रिक्त दिखा कर आयोग के पास नियुक्ति के लिए किस परिस्थिति में अधियाचना भेज दी. आयोग विवि के जवाब का इंतजार कर रहा है.

आयोग के अधिकारियों का कहना है कि विवि का जवाब आने के बाद ही अब नियुक्ति अनुशंसा संभव है. इस बीच विवि प्रशासन ने कामकाज को देखते हुए परीक्षा नियंत्रक के पद पर प्रतिनियुक्त डॉ राजेश कुमार की प्रतिनियुक्ति को राजभवन के आदेश पर एक बार फिर बढ़ा लिया है. बताया जाता है कि रिजल्ट निकलने से पूर्व ही उम्मीदवार डॉ आशीष कुमार झा को पुन: रांची विवि में परीक्षा नियंत्रक नहीं बनने देने के लिए कई तंत्र किसी न किसी रूप में हावी हो गये हैं.

Post by : Pritish Sahay

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