जस्टिस विक्रमादित्य प्रसाद : झारखंड हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज, जो कवि भी थे
रांची : झारखंड हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज जस्टिस विक्रमादित्य प्रसाद नहीं रहे. उनका निधन हो गया है. वे झारखंड आंदोलनकारी चिन्हितीकरण आयोग के अध्यक्ष व कॉमर्शियल टैक्स ट्रिब्यूनल के चेयरमैन रहे थे. मिली जानकारी के अनुसार आज सोमवार अहले सुबह सवा तीन बजे रांची में उनका निधन हो गया. वे रांची के मोरहाबादी में रहते थे. हरमू के मुक्ति धाम में इनका अंतिम संस्कार आज करीब साढ़े दस बजे किया जायेगा.
रांची : झारखंड हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज जस्टिस विक्रमादित्य प्रसाद नहीं रहे. उनका निधन हो गया है. वे झारखंड आंदोलनकारी चिन्हितीकरण आयोग के अध्यक्ष व कॉमर्शियल टैक्स ट्रिब्यूनल के चेयरमैन रहे थे. मिली जानकारी के अनुसार आज सोमवार अहले सुबह सवा तीन बजे रांची में उनका निधन हो गया. वे रांची के मोरहाबादी में रहते थे. हरमू के मुक्ति धाम में इनका अंतिम संस्कार आज करीब साढ़े दस बजे किया जायेगा.
झारखंड हाईकोर्ट के सेवानिवृत न्यायाधीश जस्टिस विक्रमादित्य प्रसाद का आज निधन हो गया. वे रांची के मोरहाबादी में रहते थे. उन्होंने झारखंड आंदोलनकारी चिन्हितीकरण आयोग के अध्यक्ष व कॉमर्शियल टैक्स ट्रिब्यूनल के चेयरमैन का पदभार संभाला था.
बताया जा रहा है कि वे पिछले तीन-चार दिनों से अस्पताल में भर्ती थे. जिंदगी की जंग लड़ रहे थे. आखिरकार वे जिंदगी की जंग हार गये. उन्होंने आज अंतिम सांस ली. अहले सुबह सवा तीन बजे रांची में उनका निधन हो गया. रांची के हरमू स्थित मुक्ति धाम में इनका अंतिम संस्कार आज करीब साढ़े दस बजे किया जायेगा.
Also Read: Year 2020 Memories : ऐसा रहा हमारे लिए साल 2020, इन लोगों के योगदानों को किया जाएगा याद
झारखंड हाईकोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस विक्रमादित्य प्रसाद ने कई अहम पदों को सुशोभित किया था. न सिर्फ झारखंड आंदोलनकारियों के चिन्हितीकरण के लिए गठित आयोग की कमान संभाली थी, बल्कि कॉमर्शियल टैक्स ट्रिब्यूनल के चेयरमैन भी रहे थे. इतना ही नहीं, इन्होंने बिरसा कृषि विश्वविद्यालय में हुए नियुक्ति घोटाले की जांच भी की थी. झारखंड विधानसभा में हुए नियुक्ति घोटाले की भी जांच इन्होंने की थी.
Also Read: Jharkhand Coronavirus Update : झारखंड में मिले कोरोना के 122 नये मरीज, जानें ताजा हालात
जस्टिस विक्रमादित्य प्रसाद कोरोना महामारी से संक्रमित हो गये थे. इसके बाद इन्हें रांची के बरियातू स्थित पल्स हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, जहां इनका इलाज चल रहा था. इसी क्रम में आज अहले सुबह इन्होंने आखिरी सांस ली.
Also Read: उपलब्धि : आदिम जनजाति के पारा शिक्षक ने बनाया कोरवा भाषा शब्दकोश, पीएम मोदी ने भी की तारीफ
जस्टिस विक्रमादित्य प्रसाद झारखंड आंदोलनकारी चिन्हितीकरण आयोग के अध्यक्ष थे. झारखंड विधानसभा नियुक्ति घोटाले की जांच भी की थी. ये बहुत ही अच्छे इंसान थे. इनकी ईमानदारी की चर्चा होती थी. इन्हें साहित्य से गहरा जुड़ाव था. इन्होंने भगवान बिरसा की जीवनी को काव्य में लिखा था.
Posted By : Guru Swarup Mishra