सीएमपीएफ घोटाले से हजारों सेवानिवृत्तकर्मियों को परेशानी
मांगें नहीं मानी गयी तो सीसीएल हेडक्वार्टर दरभंगा हाउस का घेराव करेंगे 30 को
प्रतिनिधि, पिपरवार : सीसीएल कोलियरी कर्मचारी संघ कार्यकर्ताओं ने पिपरवार जीएम ऑफिस के समक्ष गुरुवार को 17 सूत्री मांगों को लेकर प्रदर्शन किया. यूनियन के सीसीएल सेफ्टी बोर्ड मेंबर एसके चौधरी ने भ्रष्टाचार पर प्रहार किया. कहा कि कोल इंडिया के उच्च अधिकारियों की मिलीभगत की वजह से मजदूरों का सीएमपीएफ की राशि डीएचएफएल में डूबा हुआ है. इसकी वजह से सेवानिवृत्त होनेवाले मजदूरों का भविष्य अंधकार में है. उन्होंने केंद्र सरकार पर भी मामले में उदासीनता का आरोप लगाया. बताया कि पिछले 20 वर्षों से सीएमपीएफ व पेंशन को रिवाइज नहीं किया गया है. जिससे सेवानिवृत्तों को काफी नुकसान हो रहा है. श्री चौधरी ने कहा कि भ्रष्टाचार की वजह सुपरस्पेशियलिस्ट अस्पताल का निर्माण नहीं हो रहा है. कहा कि कमीशनखोरी के चक्कर में छोटे-छोटे पार्टस का अभाव दिखा कर मशीनों को खड़ा कर दिया जा रहा है. उन्होंने सिंगरेनी के तर्ज पर सीसीएल में भी मृत मजदूर के आश्रित को एक करोड़ 15 लाख मुआवजा व अविलंब नौकरी देने की मांग की. बचरा अस्पताल में उपकरणों का अभाव, वित्त कार्यालय में भ्रष्टाचार, आवास मरम्मत में ढिलाई, कॉलोनियों के एएमसी शुरू नहीं करने आदि के मुद्दों पर चर्चा की. कहा कि यूनियन की मांगे यदि नहीं मानी गयी तो 30 सितंबर को सीसीएल हेडक्वार्टर दरभंगा हाउस का घेराव किया जायेगा. अंत में कोल इंडिया अध्यक्ष के नाम एक ज्ञापन प्रबंधन को सौंपा गया. प्रदर्शन को सुरेश तिवारी, दिलीप गोस्वामी, संजीव चंद्रा, उमेंद्र कुमार, महेंद्र केवट, श्रीवास्तव पासवान आदि ने संबोधित किया.
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