जेपीएससी : असिस्टेंट टाउन प्लानर नियुक्ति का संशोधित रिजल्ट जारी
झारखंड लोक सेवा आयोग ने उच्च न्यायालय के आदेश के आलोक में असिस्टेंट टाउन प्लानर का संशोधित रिजल्ट जारी कर दिया है.
रांची (विशेष संवाददाता). झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) ने झारखंड उच्च न्यायालय के आदेश के आलोक में असिस्टेंट टाउन प्लानर (सहायक नगर निवेशक) का संशोधित रिजल्ट जारी कर दिया है. इसमें कुल 77 पद के विरुद्ध 37 अभ्यर्थियों की अनुशंसा की गयी है. हाइकोर्ट के आदेश पर यूएनआर का एक पद रिक्त रखा गया है. आयोग ने इससे पूर्व 18 मार्च 2021 को रिजल्ट जारी किया था तथा पांच मई 2021 को नगर विकास विभाग के पास 43 अभ्यर्थियों की नियुक्ति अनुशंसा भेजी थी. मालूम हो कि आयोग द्वारा असिस्टेंट टाउन प्लानर की नियुक्ति के लिए वर्ष 2020 में विज्ञापन जारी किया था. लेकिन योग्यता व सर्टिफिकेट को लेकर विवाद में आ गया था. नियुक्ति अनुशंसा होने के बाद भी विभाग द्वारा पदस्थापना नहीं की गयी थी. मामला उच्च न्यायालय में जाने के बाद न्यायालय ने वैसे लोगों की उम्मीदवारी रद्द करने का निर्देश दिया था, जिनके पास आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि तक इंस्टीट्यूट ऑफ टाउन प्लानर ऑफ इंडिया का प्रमाण पत्र नहीं था. साक्षात्कार में बुलाये गये 186 वैसे उम्मीदवारों का आवेदन भी रद्द करने का निर्देश दिया था, जिनके पास प्रमाण पत्र नहीं थे व साक्षात्कार में शामिल हुए थे. इस नियुक्ति मामले में उच्च न्यायालय में अवमाननावाद भी दायर किया गया था.
11वीं जेपीएससी पीटी में गड़बड़ी के बावजूद आयोग नहीं ले रहा संज्ञान : झारखंड यूथ एसोसिएशन
जेपीएससी द्वारा 17 मार्च को ली गयी 11वीं सिविल सेवा पीटी में भारी गड़बड़ी सामने आने के बाद भी आयोग द्वारा संज्ञान नहीं लेना दुखद है. यह झारखंड के विद्यार्थियों के साथ अन्याय है. नाराज अभ्यर्थी इस बार लोकसभा चुनाव व गांडेय उपचुनाव में सरकार के विरुद्ध अभियान चलायेंगे. झारखंड यूथ एसोसिएशन के संयोजक इमान सफी ने उक्त बातें कही. श्री सफी ने कहा कि सरकार को भी छात्र हित में इस पर कार्रवाई करनी चाहिए. जामताड़ा, चतरा, धनबाद, हजारीबाग के अलावा कई परीक्षा केंद्रों पर गड़बड़ी के प्रमाण भी हैं. विनोबा भावे विवि हजारीबाग केंद्र पर अभ्यर्थियों को मिले द्वितीय पाली के द्वितीय प्रश्न पत्र के बी सीरीज में भारी गड़बड़ी मिली. बी सीरीज पेपर में कुल 22 प्रश्न को रिपीट कर दिया गया. प्रश्न संख्या एक से आठ के प्रश्न को दोबारा प्रश्न संख्या 50 से 57 तक, प्रश्न संख्या 16 से 21 के प्रश्न को पुनः प्रश्न संख्या 65 से 70 में और प्रश्न संख्या 42 से 49 के प्रश्न को पुनः प्रश्न संख्या 92 से 100 के बीच रिपीट कर दिया गया है. प्रश्न संख्या आठ को दो बार रिपीट किया गया है. प्रश्न संख्या 22 से 25 तक के प्रश्न संख्या व प्रश्न ही गायब हैं. लेकिन आयोग व सरकार चुप्पी साधे हुए है.