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धनबाद के इस मरीज की कई भागों में फट चुकी थी महाधमनी, रिम्स के डॉक्टरों ने की जटिल सर्जरी

डॉ विनीत महाजन ने बताया कि सर्जरी के समय मरीज का शरीर 20 डिग्री तक ठंडा कर रक्तप्रवाह 40 मिनट तक रोका गया था. इस तरह की सर्जरी में 50 फीसदी तक मौत का खतरा रहता है

By Prabhat Khabar News Desk | January 5, 2024 12:34 AM

रांची : रिम्स के कार्डियोथोरेसिक एंड वैस्कुलर सर्जरी (सीटीवीएस) विभाग के डॉक्टरों ने धनबाद के मरीज (37 वर्ष) के हार्ट की जटिल सर्जरी की. सीटीवीएस विभाग के अध्यक्ष डॉ विनीत महाजन व उनकी टीम ने कई भागों में फट चुकी हृदय की महाधमनी (एओर्टा) की सर्जरी कर उसे दुरुस्त किया. इसमें एनेस्थिसिया विभाग के अध्यक्ष डॉ शिव प्रिये ने सहयोग किया. मेडिकल भाषा में इसे एरोटिक डिसेक्शन कहा जाता है, जिसकी वजह से मरीज की जान को खतरा रहता है. मरीज गंभीर अवस्था में रिम्स के सीटीवीएस विभाग में 30 दिसंबर को भर्ती हुआ था. उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. आवश्यक जांच के बाद डॉक्टरों ने तत्काल सर्जरी का निर्णय लिया. एक जनवरी को सर्जरी कर कृत्रिम एओर्टा हृदय में प्रत्यारोपित किया गया. रिम्स में ऐसी सर्जरी पहली बार की गयी है.

डॉ विनीत महाजन ने बताया कि सर्जरी के समय मरीज का शरीर 20 डिग्री तक ठंडा कर रक्तप्रवाह 40 मिनट तक रोका गया था. इस तरह की सर्जरी में 50 फीसदी तक मौत का खतरा रहता है, लेकिन हमारी टीम ने इस जटिल सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया. निजी अस्पताल में इस तरह की सर्जरी का खर्च करीब 15 लाख तक आता है, लेकिन रिम्स में आयुष्मान भारत योजना के तहत यह सर्जरी मुफ्त में की गयी. मरीज अब पूरी तरह से स्वस्थ है और शीघ्र उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी जायेगी.

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मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री ने की सराहना

रिम्स के डॉक्टरों द्वारा सफलतापूर्वक जटिल सर्जरी करने पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से डॉक्टरों की सराहना है. मुख्यमंत्री ने रिम्स के ट्वीट (एक्स) को री-ट्वीट कर बधाई दी है.

विनोद सिंह के कार्यालय से इडी ने जब्त किये दस्तावेज

रांची. प्रवर्तन निदेशालय (इडी) के अधिकारियों ने विनोद सिंह के रोस्पा टावर स्थित कार्यालय का सील खोल कर वहां रखे डिजिटल उपकरण और दस्तावेज जब्त किये. इडी ने अवैध खनन के आरोप में तीन जनवरी को नौ लोगों के 12 ठिकानों पर छापा मारा था. छापेमारी के दायरे में शामिल विनोद सिंह की कंपनी के कार्यालय को सील कर दिया गया था. इडी के अधिकारियों ने ग्रिड कंसल्टेंट आर्किटेक्ट कंपनी के कार्यालय का सील खोल कर दस्तावेज जब्त किये.

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