रिम्स में बढ़ेंगी चिकित्सा सुविधाएं, 24 घंटे मौजूद रहेंगे डॉक्टर, बोले प्रभारी निदेशक डॉ आरके गुप्ता
रिम्स के प्रभारी निदेशक डॉ आरके गुप्ता ने कहा कि इमरजेंसी एवं ट्रॉमा सेंटर में सुधार के लिए 18 वेंटीलेटर और सभी ऑक्सीजन प्वाइंट को चालू कर किया गया है. 24 घंटे डॉक्टरों की मौजूदगी के लिए रोस्टर तैयार किया गया है. हैंड ओवर व टेकओवर रिपोर्ट हर पाली में तैयार की जाएगी.
रांची: रिम्स (राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान) के प्रभारी निदेशक प्रो (डॉ) आरके गुप्ता ने कहा कि जल्द ही रिम्स में बदली हुई व्यवस्था दिखेगी. 24 घंटे डॉक्टर रहेंगे. सुरक्षा व्यवस्था सख्त होगी. मरीजों को सभी चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराने, डॉक्टरों व नर्सों की उपस्थिति व दवा की उपलब्धता को लेकर उन्होंने विस्तृत जानकारी दी. शुक्रवार को वे प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे. इस मौके पर चिकित्सा अधीक्षक डॉ हिरेन्द्र बिरुआ, उपधीक्षक कर्नल (डॉ) शैलेश त्रिपाठी, चिकित्सा अधिकारी (भंडार) डॉ राकेश कुमार और पीआरओ डॉ राजीव रंजन मौजूद थे.
इमरजेंसी एवं ट्रॉमा सेंटर में बढ़ीं सुविधाएं
रिम्स के प्रभारी निदेशक डॉ आरके गुप्ता ने कहा कि इमरजेंसी एवं ट्रॉमा सेंटर में सुधार के लिए 18 वेंटीलेटर और सभी ऑक्सीजन प्वाइंट को चालू कर किया गया है. 24 घंटे डॉक्टरों की मौजूदगी के लिए रोस्टर तैयार किया गया है. हैंड ओवर व टेकओवर रिपोर्ट हर पाली में तैयार की जाएगी. नर्सों का ड्यूटी रोस्टर तैयार होगा. ड्यूटी नर्स रखेंगी दवाओं की उपलब्धता का हिसाब और हैंड ओवर रिपोर्ट में इसकी सूचना देंगी. प्रथम तल पर 20 आईसीयू बेड और 1 ऑपरेशन थिएटर तैयार किया जा रहा है. इनमें से 12 बेड लगाये गए हैं और जल्द ही इन्हें चालू किया जायेगा. चिकित्सा अधीक्षक और उपाधीक्षक प्रतिदिन इमरजेंसी की व्यवस्थाओं की निगरानी कर रहे हैं.
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दवाओं की उपलब्धता
प्रभारी निदेशक डॉ आरके गुप्ता ने कहा कि रिम्स में गौज, कॉटन, बैंडेज, ग्लव्स, सीरींज, आईवी फ्लूइड इत्यादि उपलब्ध करा दिए गए हैं. सभी जरूरी दवाएं विभागों में उपलब्ध करा दी गयी हैं. अन्य दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है. रीएजेंट उपलब्ध करा दिया गया है एवं संबंधित जांच हो रही है.
23 स्थानों पर बनाए गए सैंपल कलेक्शन प्वाइंट
रिम्स के वार्ड में सुधार के लिए अस्पताल परिसर में क्लीनिकल विभाग में 23 स्थानों पर सैंपल कलेक्शन प्वाइंट की स्थापना की गयी है ताकि मरीज़ों को जांच के लिए इधर-उधर नहीं भटकना पड़े. अभी यह कलेक्शन प्वाइंट सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक संचालित होंगे. भविष्य में इसे 24x 7 करने की योजना है. वार्ड में 24 घंटे डॉक्टर की मौजूदगी सुनिश्चित की जा रही है. सुबह में डॉक्टर ऑन ड्यूटी वार्ड में राउंड करेंगे. शाम में वरीय रेजिडेंट राउंड देंगे.
रिम्स की बढ़ेगी सुरक्षा
रिम्स की सुरक्षा सख्त की जाएगी. अनावश्यक तथा आवंछित आवाजाही पर रोक लगाने के लिए कई प्वाइंट पर बैरियर इत्यादि लगाए जायेंगे व होम गार्ड और सैप के जवान वार्ड में रहेंगे तैनात. ऐसे क्षेत्र जहां से आवंक्षित अनावश्यक लोग प्रवेश करते हैं उन जगहों की पहचान कर सुरक्षाकर्मी तैनात किये जायेंगे. 24×7 त्वरित प्रतिक्रिया टीम (QRT) वॉकी टॉकी के साथ तैनात रहेंगे जो अस्पताल व रिम्स परिसर की सुरक्षा की निगरानी करेंगे. रात्रि ड्यूटी में महिला डॉक्टर के साथ सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे.
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रिम्स में बढ़ेंगे कैश काउंटर
आयुष्मान भारत के तहत इलाज करानेवालों के लिए आयुष्मान मित्र और जगह-जगह कंप्यूटर ऑपरेटर तैनात किये जायेंगे तथा इसे और सुदृढ़ किया जायेगा. ओपीडी भवन में कैश काउंटर की संख्या बढ़ा कर 5 किया जायेगा. डायलिसिस की निविदा की प्रक्रिया पूर्ण कर ली गयी है और जल्द ही रिम्स में डायलिसिस की सुविधा OPD एवं भर्ती मरीजों के लिए शुरू की जाएगी.
इंटरनेट सेवा की जा रही दुरुस्त
इंटरनेट सेवा को दुरुस्त करने के लिए 13 महत्वपूर्ण जगहों पर वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है एवं NIC और रेलटेल के माध्यम से अतिरिक्त समर्पित लीज लाइन की व्यवस्था की जा रही है, जिसका संचालन 1 -2 दिनों में शुरू हो जायेगा. इस संबंध में कार्य-आदेश जारी कर दिया गया है. फैकल्टी, डॉक्टरों व कर्मचारियों की समस्यों की सुनवाई व त्वरित करवाई की जा रही है.