रिम्स में न्यूरो सर्जरी की सी-आर्म मशीन खराब, स्पाइन के 15 मरीजों का ऑपरेशन टला
वहीं, मशीन सप्लाई करने वाली कंपनी के इंजीनियर से भी मशीन को दुरुस्त करने का आग्रह किया गया है. हालांकि, इंजीनियर ने आने की कोई सूचना नहीं दी है. हालांकि, इंजीनियर ने आने की कोई सूचना नहीं दी है.
रांची : रिम्स के न्यूरो सर्जरी विभाग की सी-आर्म मशीन करीब एक सप्ताह से खराब है. इस कारण स्पाइन की सर्जरी बंद कर दी गयी है. वहीं, कई दिनों से भर्ती स्पाइन के 15 मरीजों को बिना सर्जरी के घर भेज दिया गया है. डॉक्टरों ने इन मरीजों का फोन नंबर लिख लिया है. मशीन ठीक होने के बाद एक-एक कर मरीजों को सर्जरी के लिए बुलाया जायेगा. बताया जाता है कि सी-आर्म मशीन खराब होने की जानकारी रिम्स प्रबंधन को दे दी गयी है. वहीं, मशीन सप्लाई करने वाली कंपनी के इंजीनियर से भी मशीन को दुरुस्त करने का आग्रह किया गया है. हालांकि, इंजीनियर ने आने की कोई सूचना नहीं दी है. ऐसे में मशीन के ठीक होने में समय लग सकता है.
सी-आर्म मशीन खराब हो गयी है. इस कारण सर्जरी को टालना पड़ रहा है. इस मशीन के बिना सटीक सर्जरी में परेशानी होगी. मशीन ठीक होने के बाद सर्जरी के लिए मरीजों को बुलाया जायेगा.
डॉ सीबी सहाय, विभागाध्यक्ष, न्यूरो सर्जरी विभाग, रिम्स
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रिम्स में भर्ती नवजात ने तोड़ा दम, नहीं आये माता-पिता
रांची : रिम्स के नियोनेटल वार्ड में 17 दिनों से भर्ती नवजात आखिरकार जिंदगी की जंग हार गया. शनिवार की शाम 4.30 बजे उसने आखिरी सांस ली. हालांकि, अंतिम समय में उसके माता-पिता साथ नहीं थे. शव को प्रबंधन ने मॉर्चरी में रखवा दिया है. पुलिस का सहारा लेकर उसके लिए माता-पिता को बुलाया जायेगा. ज्ञात हो कि बच्चे को भर्ती कराने के बाद उसके कलयुगी माता-पिता छोड़ कर चले गये थे.
गौरतलब है कि 28 दिसंबर को रिम्स में नवजात को भर्ती कराया गया था. नवजात रेटिनोपैथी ऑफ प्रीमैच्योरिटी की समस्या से ग्रसित था. वहीं, समय से पहले जन्म लेने की वजह से उसका वजन एक किलो ही था. प्री-मैच्योर होने के कारण उसे कई समस्याएं थीं. इस कारण बच्चे को वेंटिलेटर पर रख कर इलाज किया जा रहा था. शुक्रवार को शिशु विभाग के डॉक्टरों से बच्चे के पिता की बात हुई थी. उसने शनिवार को रिम्स आने की बात कही थी, लेकिन नहीं आया.