क्या दिल्ली AIIMS की तरह RIMS का भी सर्वर हो चुका है हैक? IP एड्रेस से हो रहीं अवांछित गतिविधियां
सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने रिम्स प्रशासन को सख्त निर्देश दिया है कि ऐसी गतिविधियों पर तत्काल रोकी जाये. वहीं, सलाह भी दी है कि स्पैम या संदिग्ध इमेल नहीं खोलें. क्योंकि यह वायरस और मैलवेयर का खतरनाक स्रोत है
Jharkhand News: रिम्स के आइपी एड्रेस से भी अवांछित और संदिग्ध गतिविधियां होने की पुष्टि हुई है. इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिसपॉन्स टीम (सीइआरटी-इन) ने रिम्स के आइटी सेल को इसकी जानकारी दी है. सीइआरटी-इन ने रिम्स प्रशासन को तत्काल इसकी जांच कर कार्रवाई करने और इसकी सूचना देने को कहा है. गौरतलब है कि पिछले दिनों ही दिल्ली एम्स का सर्वर हैक होने की घटना हो चुकी है.
सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने रिम्स प्रशासन को सख्त निर्देश दिया है कि ऐसी गतिविधियों पर तत्काल रोकी जाये. वहीं, सलाह भी दी है कि स्पैम या संदिग्ध इमेल नहीं खोलें, क्योंकि यह वायरस और मैलवेयर का खतरनाक स्रोत है. अगर आपके स्तर से तत्काल कोई कार्रवाई नहीं की जाती है, तो सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम-2000 की धारा 70-बी के तहत जुर्माना लगाया जा सकता है.
रिम्स में भी बढ़ायी गयी सतर्कता
आइपी एड्रेस से अवांछित और संदिग्ध गतिविधियां होने की जानकारी मिलते ही रिम्स के आइटी सेल ने सर्तकता बढ़ा दी है. इ-हॉस्पिटल के नोडल अफसर रिम्स निदेशक डॉ कामेश्वर प्रसाद और अधीक्षक डॉ हिरेंद्र बिरुआ को इससे अवगत कराया है. वहीं, सभी विभागाध्यक्षों, यूनिट इंचार्ज, सीनियर रेजीडेंट और जूनियर रेजीडेंट को सतर्क रहने को कहा गया है.
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की कंप्यूटर इमरजेंसी रिसपॉन्स टीम ने रिम्स आइपी से संदिग्ध गतिविधि होने की जानकारी दी है. विभागाध्यक्षों, सीनियर व जूनियर डॉक्टरों को सतर्क रहने को कहा गया है. रिम्स की आइटी सेल जांच कर रही है.
– डॉ हिरेंद्र बिरुआ, अधीक्षक, रिम्स