रांची के रिम्स में एक साल से बंद इको जांच अगले सप्ताह से होगी शुरू, पोस्ट कोविड के बाद होने वाली समस्याओं के लिए है मददगार

यह मशीन हार्ट के वाल्व की समस्या, जन्मजात बीमारी, हृदय के धड़कन की क्षमता व हार्ट अटैक की बारीकी से पता लगा लेगी. बीमारी का पता करने के साथ-साथ यह मशीन इलाज में भी डॉक्टरों को मदद पहुंचायेगी. पूर्व की इको मशीन में इतनी ज्यादा सुविधा नहीं थी. इधर, रिम्स में इकोकार्डियोग्राफी जांच बंद होने से मरीजों को निजी अस्पताल या जांच घर का सहारा लेना पड़ रहा है. रिम्स में इस जांच की कीमत 180 रुपये है, जबकि निजी जांच लैब में 1200 से 1600 रुपये देने पड़ते हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | June 24, 2021 10:28 AM

Echo Test In Ranchi रांची : रिम्स के कार्डियोलॉजी विभाग में एक साल से बंद इकोकार्डियोग्राफी (इको) जांच अगले हफ्ते से शुरू होने की उम्मीद है. निर्माता कंपनी ने दो में से एक मशीन इस माह के अंत तक उपलब्ध कराने की बात कही है. दूसरी मशीन जुलाई में आयेगी. नयी मशीन में हार्ट की छह बीमारियों का पता आसानी से लग पायेगा.

यह मशीन हार्ट के वाल्व की समस्या, जन्मजात बीमारी, हृदय के धड़कन की क्षमता व हार्ट अटैक की बारीकी से पता लगा लेगी. बीमारी का पता करने के साथ-साथ यह मशीन इलाज में भी डॉक्टरों को मदद पहुंचायेगी. पूर्व की इको मशीन में इतनी ज्यादा सुविधा नहीं थी. इधर, रिम्स में इकोकार्डियोग्राफी जांच बंद होने से मरीजों को निजी अस्पताल या जांच घर का सहारा लेना पड़ रहा है. रिम्स में इस जांच की कीमत 180 रुपये है, जबकि निजी जांच लैब में 1200 से 1600 रुपये देने पड़ते हैं.

डॉक्टरों ने बताया कि बच्चों के हृदय की जांच इस मशीन से गुणवत्ता के साथ हो पायेगी. वहीं पोस्ट कोविड बच्चों के हृदय में होने वाली समस्या के इलाज मेें भी यह मशीन उपयोगी साबित होगी.

कार्डियोलॉजी विभाग में दो इकाेकार्डियोग्राफी मशीन व एक कैथलैब मशीन मंगायी गयी है. एक इकाेकार्डियोग्राफी मशीन इस माह के अंत तक मिल जायेगी. यह अत्याधुनिक मशीन है, जिसमें हृदय की कई बीमारियों की पहचान हो जायेगी. इलाज में भी यह मशीन डॉक्टरों को सहयोग करेगी. कैथलैब मशीन भी जुलाई के अंत या अगस्त के प्रथम सप्ताह में मिल जायेगी.

डॉ कामेश्वर प्रसाद, निदेशक रिम्स

Posted By : Sameer Oraon

Next Article

Exit mobile version