रांची में रिसालदार बाबा का उर्स 13 से 18 अक्टूबर तक, दिल्ली-मुंबई के कव्वालों का होगा मुकाबला
Risaldar Baba Urs 2022: 16 अक्टूबर को उर्स के चौथे दिन कमेटी के महासचिव मोहम्मद फारूक के रिसालदार नगर स्थित आवास से शाही संदल व चादर निकाली जायेगी. इससे पूर्व दिन के 2 बजे दिल्ली के कव्वाल चांद कादरी और मुंबई के कव्वाल मुराद आतिश के बीच कव्वाली होगी. इसके बाद शाम 4 बजे चादर पेश की जायेगी.
Risaldar Baba Urs 2022: रिसालदार बाबा का उर्स इस वर्ष 13 से 18 अक्टूबर के बीच होगा. इसमें कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा. 16 एवं 17 अक्टूबर को उर्स मैदान में कव्वाली का प्रोग्राम होगा. 17 एवं 18 अक्टूबर को दिल्ली के कव्वाल चांद कादरी और मुंबई के कव्वाल मुराद आतिश के बीच कव्वाली का मुकाबला होगा.
13 अक्टूबर को शाही संदल व चादरपोशी
इससे पहले 13 अक्टूबर (गुरुवार) को शाम 4:30 बजे शाही संदल व चादरपोशी होगी. इससे पहले सुबह 8 बजे परचम-पुसाई (धार्मिक झंडा लगाना) होगी. इसी के साथ 5 दिवसीय उर्स का आगाज होगा. रिसालदार बाबा कमेटी के सदर हाजी रऊफ गद्दी के डोरंडा के ग्वालाटोली स्थित मकान में चादर निकालने से पूर्व विभिन्न रस्मों को अदा किया जायेगा.
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स्थानीय कव्वाल पेश करेंगे कव्वाली
इस समारोह में कई गणमान्य लोग उपस्थित रहेंगे. स्थानीय कव्वालों की ओर से कव्वाली पेश की जायेगी. इसके बाद चादर निकलेगी, जो डोरंडा के विभिन्न इलाकों से होते हुए मजार शरीफ पहुंचेगी. यहां पूरे अकीदत के साथ चादरपोशी की जायेगी. इसके बाद अन्य लोग चादरपोशी करेंगे. 14 अक्टूबर (शुक्रवार) को शाम 6:30 बजे से कव्वाली का कार्यक्रम रखा गया है.
शहंशाह ब्रदर्स के बीच होगा मुकाबला
कौसर जानी, कलाम नाजा वारसी, आरिफ नवाज, जबीउल्लाह जानी, आजाद अली वारसी के अलावा शहंशाह ब्रदर्स के बीच कव्वाली का मुकाबला होगा. शनिवार 15 अक्टूबर को उर्स के तीसरे दिन खानकाही कव्वाली का प्रोग्राम रात 8:30 बजे से होगा. इसमें कौसर जानी समेत अन्य कव्वाल हिस्सा लेंगे.
16 अक्टूबर को शाम चार बजे पेश की जायेगी चादर
रविवार 16 अक्टूबर को उर्स के चौथे दिन कमेटी के महासचिव मोहम्मद फारूक के रिसालदार नगर स्थित आवास से शाही संदल व चादर निकाली जायेगी. इससे पूर्व दिन के 2 बजे दिल्ली के कव्वाल चांद कादरी और मुंबई के कव्वाल मुराद आतिश के बीच कव्वाली होगी. इसके बाद शाम 4 बजे चादर पेश की जायेगी.
कुल व फातिया खानी और मिलाद शरीफ
सोमवार 17 अक्टूबर को उर्स के अंतिम दिन सुबह की नमाज के बाद कुल व फातिया खानी और मिलाद शरीफ होगी. जोहर की नमाज से पहले दिन के 2:30 बजे लंगर बांटा जायेगा. इसके बाद तिलावत ए पंच सूरा होगी और बाबा के रूह-ए-पाक को इसाले शबाद किया जायेगा.