झारखंड में दुर्घटनाओं की बढ़ी रफ्तार, हर दिन जा रही है 10 की जान, 88 प्रतिशत मौत की ये है सबसे बड़ी वजह
वर्ष 2020 में 4405 सड़क हादसों में 3044 लोगों की मौत हुई थी. वहीं, वर्ष 2021 में 4728 सड़क हादसों में 3513 लोगों की जान गयी. जबकि, वर्ष 2022 में 5175 सड़क हादसों में 3898 लोगों की मौत हो गयी
रांची : झारखंड में दुर्घटनाओं की रफ्तार बढ़ी है. वर्ष 2020 व 2021 की तुलना में 2022 में सड़क दुर्घटनाएं और उससे होनेवाली मौतों की संख्या बढ़ी है. वर्ष 2021 की तुलना में वर्ष 2022 में 385 लोगों की अधिक मौत हुई है. सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार झारखंड में हर दिन सड़क हादसों में 10 लोगों की मौत हो रही है. हादसों की गंभीरता के मुताबिक देश में होनेवाली प्रति 100 दुर्घटनाओं में झारखंड में 75.3 लोगों की मौत हो रही है. इस पैमाने पर झारखंड का देश में चौथा स्थान है.
रिपोर्ट के मुताबिक, वर्ष 2020 में 4405 सड़क हादसों में 3044 लोगों की मौत हुई थी. वहीं, वर्ष 2021 में 4728 सड़क हादसों में 3513 लोगों की जान गयी. जबकि, वर्ष 2022 में 5175 सड़क हादसों में 3898 लोगों की मौत हो गयी. इन हादसों में 88% लोगों की मौत ओवर स्पीड से हुई. 46% वैसे लोगों की जान गयी, जिन्होंने हेलमेट नहीं पहना था. जान गंवानेवालों में 38 फीसदी वैसे लोग शामिल थे, जिन्होंने सीट बेल्ट नहीं पहना था. सड़क दुर्घटना में 32% लोग ऐसे थे जिनकी उम्र 18 से 45 वर्ष के बीच दर्ज की गयी है.
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किस वाहन से कितने हादसे
वाहन हादसे मौत
दो पहिया 39% 44%
ऑटो 04% 04%
कार, जीप, टैक्सी 18% 15%
बस 02% 01%
ट्रक 14% 12%
कंटेनर, लॉरी 04% 03%
ट्रैक्टर व छोटा मालवाहक 06% 07%
साइकिल 02% 03%
झारखंड में कुल 142 ब्लैक स्पॉट
राज्य के विभिन्न जिलों में कुल 142 ब्लैक स्पॉट चिह्नित किये गये हैं. इसमें रामगढ़ में सर्वाधिक 27, धनबाद में 19, गुमला में 18, बोकारो में 16 और रांची में आठ स्पॉट शामिल हैं.
सेफ्टी व बिना सेफ्टी पर हादसे
चालक की स्थिति मौत घायल
हेलमेट पहनने के बाद 14 % 15 %
हेलमेट नहीं पहनने पर 46 % 25 %
सीट बेल्ट लगाने के बाद 13 % 14 %
सीट बेल्ट नहीं लगाने पर 38 % 35 %