Road Accident Data In Jharkhand : तीन साल में राजधानी रांची के 218 लोगों ने दुर्घटनाओं में गंवायी जान, 220 घायल, इन इलाकों में सबसे ज्यादा हादसा
वर्ष 2020 में कुल 180 केस दर्ज कराये गये, जिसमें 88 लोगों की मौत हुई और 80 लोग घायल हुए. इसी तरह वर्ष 2021 में 31 मई तक राजधानी के शहरी क्षेत्र में दुर्घटनाओं को लेकर 56 केस दर्ज किये गये. इन हादसों में 22 लोगों की मौत हुई, जबकि 23 लोग घायल हुए. वहीं दुर्घटनाओं के आंकड़ों के मुताबिक स्थल का विश्लेषण भी किया गया है.
Road Accident News Report Jharkhand रांची : सड़क सुरक्षा को लेकर सुप्रीम कोर्ट कमेटी की अनुशंसा पर पुलिस मुख्यालय ने राजधानी के शहरी क्षेत्रों में दुर्घटनाओं पर रोक लगाने के लिए रिपोर्ट तैयार करायी है. रिपोर्ट में दुर्घटना वाले स्थलों को चिह्नित भी किया गया है. रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2019 में शहरी क्षेत्रों में दुर्घटनाओं को लेकर कुल 239 केस दर्ज किये गये थे. हादसों में 108 लोगों की मौत हुई थी, जबकि 117 लोग घायल हुए थे.
वर्ष 2020 में कुल 180 केस दर्ज कराये गये, जिसमें 88 लोगों की मौत हुई और 80 लोग घायल हुए. इसी तरह वर्ष 2021 में 31 मई तक राजधानी के शहरी क्षेत्र में दुर्घटनाओं को लेकर 56 केस दर्ज किये गये. इन हादसों में 22 लोगों की मौत हुई, जबकि 23 लोग घायल हुए. वहीं दुर्घटनाओं के आंकड़ों के मुताबिक स्थल का विश्लेषण भी किया गया है.
अन्य इलाकों में होती रही छिटपुट दुर्घटनाएं :
आंकड़ों के अनुसार 2019 में बिरसा चौक में पांच, लालपुर में चार, डंगरा टोली चौक में तीन, बूटी मोड़ के पास तीन और हिनू चौक के पास दो घटनाएं हुई थी. 2020 में बिरसा चौक में तीन, लालपुर एरिया में छह, डंगरा टोली चौक इलाके में दो, बूटी मोड़ में चार और हिनू चौक इलाके में तीन दुर्घटनाएं हुई थी. 2021 में बिरसा चौक इलाके में दो, लालपुर, डंगरा टोली चौक इलाका में शून्य बूटी मोड़ इलाके में एक, जबकि हिनू चौक में एक भी घटना नहीं हुई.
आंकड़ों के आधार पर कहा जा सकता है कि ट्रैफिक के पूर्व एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग के कार्यकाल में राजधानी के शहरी क्षेत्र में दुर्घटनाओं में कमी आयी थी.
पिस्का मोड़ इलाके में 26 दुर्घटनाओं में 19 की मौत
रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2019 में पिस्का मोड़ इलाके में कुल 17 दुर्घटनाएं हुई थी, जिसमें चार लोगों की मौत हुई थी, जबकि नौ लोग घायल हुए थे. इस इलाके में वर्ष 2020 में छह घटनाएं हुई, जिसमें दो लोगों की मौत हुई, जबकि पांच लोग घायल हुए. वर्ष 2021 में अब तक तीन सड़क दुर्घटनाओं को लेकर केस दर्ज किया गया है, जिसमें तीन लोग घायल हुए.
इसी तरह वर्ष 2019 में राजेंद्र चौक के आसपास 11 घटनाओं को लेकर केस दर्ज हुआ. इन हादसों में चार लोगों की मौत हुई, जबकि पांच घायल हुए. वर्ष 2020 में इस इलाके में कुल नौ घटनाएं हुई. इनमें एक की मौत हुई और चार लोग घायल हुए. वर्ष 2021 में कुल चार घटनाएं हुई, जिसमें दो लोग घायल हुए. कोकर चौक में वर्ष 2019 में नौ घटनाएं हुई थी. इनमें दो लोगों की मौत हुई, जबकि दो लोग घायल हुए. 2020 में छह दुर्घटनाएं हुई. इनमें तीन लोगों की मौत हुई, जबकि दो लोग घायल हुए. वर्ष 2021 में सिर्फ एक घटना हुई, जिसमें एक व्यक्ति घायल हुआ. आंकड़ों के अनुसार तीनों स्थलों पर वर्ष तीन साल में सबसे अधिक घटनाएं हुईं.