Loading election data...

झारखंड में वाहनों की तेज रफ्तार ले रही लोगों की जान, रांची में 1465 सड़क हादसे, इन दो जगहों पर सबसे अधिक

रांची की चिकनी-चौड़ी सड़कें वाहन चालकों को तेज रफ्तार में वाहन चलाने के लिए उकसाती हैं और यही हादसे की वजह बनती है. वहीं, इन हादसों में करीब 50 प्रतिशत लोगों की मौत सिर्फ इसलिए हो जाती है

By Prabhat Khabar News Desk | July 11, 2022 10:15 AM

रांची : चिकनी चौड़ी सड़कों पर तेज रफ्तार से वाहन चलाना भारी पड़ रहा है और यहीं चीज दर्दनाक हादसे की वजह बनती है. आंकड़ों की मानें तो 50 फीसदी लोगों की सड़क दुर्घटना में मौत इसलिए हो जाती है क्योंकि उन्होंने हेलमेट नहीं पहना होता है. बीते 25 जून को हुई जिला सड़क सुरक्षा समिति की समीक्षा बैठक में यह तथ्य उभर कर सामने आया है. खासकर रांची जिले की स्थिति तो बेहद चिंताजनक है

दरअसल सुरक्षा समिति ने बीते 29 महीनों की एक रिपोर्ट भी जारी की है, जिसमें रांची जिले में बढ़ते सड़क हादसों के चिंताजनक आंकड़े भी दर्शाये गये हैं. जिला सड़क सुरक्षा समिति की रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2020 से मई 2022 तक कुल 29 महीनों में रांची जिले कुल 1465 सड़क हादसे हुए हैं. इनमें 827 लोग घायल हुए, जबकि 1037 लोगों की जान चली गयी. आंकड़ों के विश्लेषण से यह पता चलता है कि साल-दर-साल सड़क हादसों में इजाफा हो रहा है, साथ ही इनमें मरनेवालों की संख्या में भी बढ़ रही है.

शहर के मुकाबले ग्रामीण इलाकों में सड़क हादसे ज्यादा :

जिला सड़क सुरक्षा समिति की समीक्षा बैठक में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के उपायों पर चर्चा की गयी. उस दौरान यह तथ्य उभर कर आया कि रांची जिले में शहरी क्षेत्र में चेकिंग व चालान के डर से लोग वाहन चलाते वक्त हेलमेट और सीट बेल्ट लगाते हैं, जबकि ग्रामीण इलाकों में यातायात नियमों के प्रति लोग काफी लापरवाह हैं, जिसकी वजह से यहां सड़क हादसे ज्यादा हो रहे हैं.

यह भी बताया गया कि ज्यादातर सड़क दुर्घटनाएं ओवर स्पीड की वजह से हो रही हैं. शहर और आसपास के इलाके में ओवर स्पीड की वजह से ज्यादातर सड़क हादसे एनएच-33 और रिंग रोड पर रहे हैं, क्योंकि ये सड़कें काफी अच्छी हैं.

सड़क दुर्घटना पर अंकुश लगे इसके लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है. लोगों से अपील है कि वे जुर्माने से बचने के लिए नहीं, बल्कि अपनी सुरक्षा के लिए हेलमेट और सीट बेल्ट का प्रयोग करें.

गौरव कुमार, रोड सेफ्टी इंजीनियर

राजधानी में सड़क हादसे

वर्ष हादसे घायल मौतें

वर्ष 2020 552 342 388

वर्ष 2021 644 339 448

मई 2022 तक 269 146 201

कुल 1465 827 1037

हादसे रोकने के लिए हो रहे ये उपाय

  • ड्राइविंग लाइसेंस बनावनेवालों को यातायात नियमों व सुरक्षा मानकों का पालन करने के लिए प्रेरित किया जाता है

  • यातायात नियमों का उल्लंघन करनेवालों को भी फाइन भरने के दौरान ट्रैफिक पुलिस द्वारा जागरूक किया जाता है

  • परिवहन विभाग की ओर से स्कूल-कॉलेज में यातायात नियमों को लेकर विद्यार्थियों की काउंसेलिंग की जा रही है

  • शहरी के साथ ग्रामीण इलाके में नुक्कड़ नाटक के जरिये लोगों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जा रहा है

  • जिले की विभिन्न सड़कों पर ब्लैक स्पाॅट (हादसेवाली जगहों) को चिह्नित कर वहां हादसे रोकने के उपाय हो रहे हैं

  • जिन पेट्रोल पंप के सामने अवैध कट बने हैं, उन्हें नोटिस देकर उस कट को बंद करने के आदेश दिये जा रहे हैं

Posted By: Sameer Oraon

Next Article

Exit mobile version