रांची : कोकर-रिम्स रोड की स्थिति बेहद खराब है, जहां से गुजरना लोगों के लिए मुश्किलों से भरा है. सबसे ज्यादा सड़क पर गड्ढे रिम्स तालाब के सामने हैं. यहां की सड़क पर कई खतरनाक गड्ढे बन चुके हैं. पूरे साल में ज्यादातर समय पानी जमा रहता है. वहां जमा पानी रिम्स ट्रॉमा सेंटर के पास लगी दुकानों से बहाया हुआ रहता है, जिसमें से दुर्गंध आती है. ऐसे में वहां से राहगीरों को गंदे पानी से खुद को बचाकर पैदल निकलना भी चुनौती भरा होता है.
इस सड़क से नगर निगम के अधिकारी-कर्मचारी सहित कई लोग भी प्रतिदिन गुजरते हैं, लेकिन किसी ने इस परेशानी से स्थायी निजात का प्रयास भी नहीं किया. वहीं, कोकर से रिम्स पहुंचने वाले मरीजों को भी इस बदहाल सड़क से होकर अस्पताल पहुंचना पड़ता है. इस रास्ते से होकर एंबुलेंस भी गुजरती है, जिसमें मौजूद मरीजों को गड्ढों के कारण काफी परेशानी होती है. दर्द से कराह रहे मरीज की स्थिति और कष्टकारी हो जाती है. बताते चलें कि इस सड़क से प्रतिदिन करीब 12 से 15 मरीज रिम्स पहुंचते हैं, जिसमें चार से पांच की स्थिति गंभीर रहती है. इसके अलावा रिम्स मेडिकल चौक से ट्रॉमा सेंटर और सेंट्रल इरजेंसी आनेवाली सड़क पर भी आधा दर्जन से ज्यादा गड्ढे हैं.
मोरहाबादी राजधानी के उन क्षेत्रों में से एक है, जहां घनी आबादी बसती है. यहां दिव्यायन होकर जानेवाली कुसुम विहार सड़क में मोड़ के पास मौजूद नाला खुला रहने के कारण खतरनाक बन चुका है. दूसरी ओर इसे ढंकने के लिए नगर निगम की ओर से कोई पहल नहीं की गयी है.
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इस मोड़ के पास कई बार दोपहिया और चार पहिया वाहन फंस चुके हैं. हालत यह है कि किसी एक गाड़ी के फंसने के बाद यहां ज्यादातर समय जाम की स्थिति हो जाती है, जिससे आसपास की बड़ी आबादी परेशान रहती है. सबसे बड़ी बात है कि यह सड़क बरियातू और मोरहाबादी को जोड़नेवाले संपर्क पथ के रूप में काम करती है. यहां से रोज सैकड़ों गाड़ियां गुजरती हैं, जिसमें अधिकारी से लेकर प्रतिनिधि तक शामिल रहते हैं. लेकिन यहां पर मौजूद खुले नाले पर स्लैब डालने की पहल नहीं की गयी है.
यहां पर मौजूद स्लैब भी समय-समय पर वाहनों के दबाव के टूटते रहते हैं, लेकिन इसके निर्माण में ही काफी समय लग जाता है. ऐसे में लोगों के लिए यह बराबर परेशानी का सबब बना रहता है.
ओल्ड एचबी रोड स्थित सरकारी स्कूल के पास का गड्ढा अब जानलेवा बन गया है. यहां से गुजरने वाले दर्जनों लोग प्रतिदिन गिरकर चोटिल हो रहे हैं. ये वह राहगीर है, जो पहली बार या कभी कभार इस रोड से गुजरते हैं. उनको पता नहीं चलता है कि यहां की सड़क पर गड्ढा है और ब्रेक लगाते-लगाते वह उस गड्ढे में गिर जाते हैं. सबसे ज्यादा चोटिल बाइक सवार लोग होते हैं, क्योंकि अक्सर बाइका का चक्का गड्ढे में फंस जाता है. सूत्रों ने बताया कि बारिश में यहां पानी जमा हो जाता है, जिससे गड्ढे की गहराई का लोगों को पता नहीं होता है और बाइक सवार इसमें गिरकर घायल हो जाते है. हालांकि आसपास के लोगों द्वारा ईंट या पत्थर डाल कर गड्ढे को भरने का प्रयास किया गया है,लेकिन इसका कोई ज्यादा फायदा नहीं हुआ है. अभी लोग गिरकर चोटिल हो रहे हैं. वहीं, गड्ढे के कारण सरकारी स्कूल के पास जाम लग जाता है. इधर से गुजरने वाले हर बड़े वाहन चालक अपनी गाड़ी को गड्ढे से बचाकर निकालना चाहते हैं, जिससे वाहनों की कतार लग जाती है. कई बार यहां वाहनों की लंबी कतार लग जाती है,क्योंकि एनएच पर सड़कों की आवाजाही अधिक है.