रांची. खेलगांव से नामकुम आरओबी तक सड़क को फोरलेन बनाया जायेगा. इस पर 53 करोड़ रुपये खर्च होंगे. इसके लिए सारी अड़चनें दूर हो गयी हैं. इसका टेंडर भी जारी कर दिया गया है. करीब 6.275 किमी लंबी सड़क को 15 महीने में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. इस सड़क के लिए निविदा प्राप्त करने की अंतिम तिथि 15 जुलाई रखी गयी है. वहीं, निविदा 16 जुलाई को खुलेगी. अगस्त तक टेंडर निबटारा करके एग्रीमेंट करा लिया जायेगा. फिर बरसात के बाद इसका काम शुरू होगा.
इनर रिंग रोड का है हिस्सा : यह सड़क इनर रिंग रोड का हिस्सा है. रांची के लिए इनर रिंग रोड का निर्माण कराया जा रहा है. इस कड़ी में अभी बड़गाईं (बरियातू) से बोड़ेया तक की सड़क का काम किया जा रहा है. वहीं, कांके रोड से पंडरा तक फोरलेन योजना का टेंडर हो गया है. इसमें भू-अर्जन हीं हो पाया है. भू-अर्जन होने के बाद इस पर काम शुरू कराया जायेगा.रांची-बेड़ो व रांची-कुड़ू सड़क होगी चकाचक, 177 करोड़ होंगे खर्च
रांची. लंबे समय के बाद एनएच-23 व एनएच-75 की सड़कें चकाचक होंगी. एनएच-23 पर पिस्का मोड़ से बेड़ो के पहले तक सड़क बनेगी. वहीं, एनएच-75 पर पिस्का मोड़ से कुड़ू तक सड़क बनेगी. इस क्रम में सड़क का सरफेस नया किया जायेगा. योजना के तहत रांची से पलमा (बेड़ो), रांची से बिजुपाड़ा व बिजुपाड़ा से कुड़ू तक की सड़क का मेंटेनेंस होना है. इस पर करीब 177 करोड़ रुपये खर्च होंगे. योजना की स्वीकृति के लिए प्रक्रिया की गयी है. एनएचएआइ से स्वीकृति मिलने के बाद इसके निर्माण की प्रक्रिया शुरू की जायेगी. इन सड़कों का निर्माण करीब पांच साल पहले कराया गया था. उस समय से ही इसकी राइडिंग क्वालिटी अच्छी नहीं है. सड़क पर गाड़ियां हिचकोले खाते चलती हैं. इसकी गुणवत्ता पर तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी सवाल उठाया था. सड़क मार्ग से गुजरने के दौरान श्री सोरेन ने अधिकारियों से कहा था कि इसकी क्वालिटी अच्छी नहीं है. ऐसे में इसकी जांच करायी जाये. साथ ही क्वालिटी में सुधार की जाये. पर न तो इसकी जांच हुई और न ही गुणवत्ता सुधारी गयी. अब जाकर फिर से इस सड़क का काम शुरू होगा.बुढ़मू-उमेडंडा-हिंदगीर सड़क के लिए 27 एकड़ ली जायेगी जमीन
रांची. बुढ़मू से उमेडंडा होते हुए हेंदगीर तक सड़क निर्माण के लिए उमेडंडा में कुल 27 एकड़ जमीन ली जायेगी. इसके लिए जिला भू-अर्जन कार्यालय ने नोटिस जारी किया है. इस परियोजना के लिए कुल 38 रैयतों से जमीन ली जानी है. भू-अर्जन की प्रक्रिया के तहत धारा 19 (1) जारी किया गया है. इसमें सारे रैयतों के नाम व उनकी अर्जित की जाने वाली जमीन का ब्योरा दिया गया है. इसमें सर्वे प्लॉट का भी ब्योरा दिया गया है. 20.380 किमी सड़क का निर्माण किया जाना है. पथ निर्माण विभाग की ओर से इस सड़क का निर्माण कराया जा रहा है. इसके लिए अलग-अलग मौजा में काफी जमीन की जरूरत है. अभी उमेडंडा में जमीन लेने की प्रक्रिया की जा रही है. भू-अर्जन के बाद सड़क का निर्माण कराया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है