Ranchi news : आठ वर्षों में 10 करोड़ रुपये खर्च, फिर भी नहीं बना अर्बन हाट
दिल्ली हाट की तर्ज पर रांची के कांके डैम के पास इसका निर्माण किया जाना है. र्ष 2016 में अर्बन हाट बनाने के लिए जंगल-झाड़ के बीच आधा-अधूरा निर्माण कर छोड़ दिया गया था.
रांची. राजधानी में अर्बन हाट निर्माण की योजना अधर में लटकी है. दिल्ली हाट की तर्ज पर रांची के कांके डैम के पास इसके निर्माण पर अब तक 10 करोड़ रुपये खर्च किये जा चुके हैं, जो डूबने के कगार पर है.
वर्ष 2016 में अर्बन हाट बनाने के लिए जंगल-झाड़ के बीच आधा-अधूरा निर्माण कर छोड़ दिया गया था. निर्माण अधूरा छोड़े जाने के कारण तत्कालीन सीएम द्वारा अर्बन हाट की उपयोगिता पर सवाल उठाने के बाद योजना को बंद कर दिया गया. बाद में अधूरे निर्माण को पूरा कर वहां स्किल डेवलपमेंट सेंटर और गर्ल्स हॉस्टल जैसी कई अन्य योजनाओं के निर्माण पर भी विचार किया गया. लेकिन, कागज पर चल रहीं योजनाओं को आज तक अमलीजामा नहीं पहनाया गया.दो सालों में भी टेंडर से आगे नहीं बढ़ी योजना
वर्ष 2022 में वर्तमान सरकार ने योजना पर 11 करोड़ रुपये और खर्च कर अर्बन हाट को पूरा करने का निर्णय लिया. लेकिन, दो वर्ष बाद भी यह योजना धरातल पर नहीं उतारी जा सकी है. इस वर्ष रांची नगर निगम ने अधूरे पड़े अर्बन हाट को पूरा करने के लिए टेंडर निकाला. लेकिन, टेंडर में किसी ने रुचि नहीं ली. निगम री-टेंडर कर अर्बन हाट निर्माण के लिए संवेदक की तलाश कर रहा है.
व्यवसायियों को बड़ा बाजार उपलब्ध कराना था
प्रस्तावित अर्बन हाट में स्थानीय व्यवसायियों को बड़ा बाजार उपलब्ध कराने की योजना थी. राज्य के स्थानीय शिल्पकार, पारंपरिक भोजन और कलाकारों को बड़ा मंच मुहैया कराने के लिए अर्बन हार्ट का निर्माण किया जाना था. झारखंड के अलावा देशभर के शिल्पकारों की दुकान लगाने और स्थानीय शिल्पकारों को उत्पाद बेचने के लिए बाजार उपलब्ध कराना था. वहां स्थानीय युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए ट्रेनिंग सेंटर से लेकर व्यावसायिक गतिविधियां संचालित कराने की योजना बनायी गयी थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है