अल्पसंख्यक कॉलेजों के रुख से रांची विवि प्रशासन गंभीर, ले रहा कानूनी सलाह, नहीं करेगा विद्यार्थियों का रजिस्ट्रेशन

रांची विवि अंतर्गत छह अल्पसंख्यक कॉलेजों द्वारा चांसलर पोर्टल से स्नातक में नामांकन नहीं लेने के निर्णय को विवि प्रशासन ने गंभीरता से लिया है. विवि प्रशासन इस मामले में कानूनी सलाह ले रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | May 13, 2024 6:16 PM

रांची (विशेष संवाददाता). रांची विश्वविद्यालय अंतर्गत छह अल्पसंख्यक कॉलेज (संत जेवियर्स कॉलेज, निर्मला कॉलेज, योगदा सत्संग कॉलेज, गोस्सनर कॉलेज, मौलाना आजाद कॉलेज और परमवीर अलबर्ट एक्का मेमोरियल कॉलेज) द्वारा चांसलर पोर्टल से स्नातक में नामांकन नहीं लेने के निर्णय को विवि प्रशासन ने गंभीरता से लिया है. विवि प्रशासन इस मामले में कानूनी सलाह ले रहा है. बताया जाता है कि विवि ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर अल्पसंख्यक कॉलेज चांसलर पोर्टल के माध्यम से नामांकन प्रक्रिया में शामिल नहीं होते हैं, तो विवि वहां नामांकन लेनेवाले विद्यार्थियों का रजिस्ट्रेशन किसी भी हाल में नहीं करेगा. रजिस्ट्रेशन नहीं होने से संबंधित कॉलेज के नामांकित विद्यार्थियों का मामला फंस सकता है. विवि प्रशासन शीघ्र ही इस बाबत सार्वजनिक नोटिस जारी करने की संभावना है. इसमें विद्यार्थियों व अभिभावकों को सलाह दी जायेगी कि अगर चांसलर पोर्टल के माध्यम से नामांकन नहीं होने पर उनका रजिस्ट्रेशन रूक सकता है. इससे वैसे विद्यार्थी विवि परीक्षा में शामिल नहीं हो सकेंगे और इसके लिए विवि जिम्मेवार नहीं होगा. फिलहाल कानूनी सलाह मिलने के बाद ही आगे की कार्रवाई होगी. विवि के डीएसडब्ल्यू डॉ सुदेश कुमार साहू के अनुसार अल्पसंख्यक कॉलेजों के प्राचार्यों की बैठक में कहा गया है कि अल्पसंख्यक कॉलेज अनिवार्य रूप से चांसलर पोर्टल से ही नामांकन प्रक्रिया में शामिल हों. कॉलेज को यह छूट रहेगी कि वह नामांकन व शुल्क संबंधित कॉलेज द्वारा निर्धारित मापदंड से ले सकते हैं. डीएसडब्ल्यू ने कहा है कि अल्पसंख्यक कॉलेजों द्वारा पोर्टल में शामिल नहीं होने के निर्णय को विवि ने गंभीरता से लिया है.

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