रांची. सदर अस्पताल में नये वर्ष में मरीजों को कई सुपर स्पेशियलिटी सुविधाएं मिलने जा रही हैं. यहां 21 जनवरी से स्पाइनल सर्जरी विभाग की शुरुआत होगी. मेडिकल कॉलेज से अलग यह राज्य का पहला सदर अस्पताल होगा, जहां न्यूरो सर्जरी विभाग खुलेगा. इसके लिए आयुष्मान मद से पांच नये न्यूरो सर्जन की नियुक्ति प्रक्रिया चल रही है. इसके बाद यहां साथ ही ब्रेन से जुड़ी सर्जरी भी शुरू हो जायेगी. ज्ञात हो कि निजी अस्पताल में दुर्घटना की जटिलता के हिसाब से हेड एंड स्पाइन इंज्यूरी की सर्जरी का खर्च भी दो से 10 लाख रुपये तक या इससे अधिक भी हो सकता है. अस्पताल के सात मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर्स में से फंक्शनल तीन ओटी की संख्या को बढ़ाकर पांच किया जा रहा है. साथ ही अन्य जरूरी सामग्रियों की खरीदारी की जा रही है.
22 विभागों में मरीजों को उपचार की सुविधा
सदर अस्पताल में फिलहाल मेडिसिन, सर्जरी, ऑर्थो, ऑब्स एंड गायनी, पीडियाट्रिक, आई और ईएनटी सहित 22 अलग-अलग विभाग कार्यरत हैं. न्यूरो सर्जरी विभाग के साथ-साथ न्यूरोलॉजी, कार्डियोलॉजी और प्लमोलॉजी विभाग की ओपीडी भी शुरू हो जायेगी. चार नये विभागों के ओपीडी शुरू होंगे. इन सुविधाओं के बाद रिम्स पर से बोझ काफी हद तक कम होगा और मरीजों को बेहतर चिकित्सीय व्यवस्था मिल सकेगी.
रिम्स पर से घटेगी निर्भरता
सदर अस्पताल में आइसीयू सेवाओं को बेहतर बनाया जायेगा. फिलहाल अस्पताल के नये भवन में 40 बेड की क्रिटिकल केयर यूनिट बनायी जा रही है. आयुष्मान भारत योजना के तहत यहां मरीजों को मुफ्त इलाज मिलेगा. सदर में 40 बेड वाले न्यूरो सर्जरी विभाग का एक्सटेंशन वार्ड खुलने से रिम्स में भर्ती होने वाले गंभीर मरीजों को फर्श पर इलाज से मुक्ति मिलेगी. साथ ही आगे चलकर यहां मिनिमली इनवेसिव स्पाइन सर्जरी , लेजर स्पाइन सर्जरी और रोबोटिक स्पाइन सर्जरी की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी.
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