सदर अस्पताल को नामकुम ग्रिड से सीधे मिलेगी बिजली, मेन रोड का इलाका तीन वैकल्पिक केबल से जुड़ा
सदर अस्पताल को नामकुम ग्रिड से सीधे मिलेगी बिजली
रांची : सदर अस्पताल सहित मेन रोड का इलाका उच्च क्षमतावाली बिजली की तीन वैकल्पिक केबल से जुड़ गया है. रविवार को 33 केवी सदर फीडर को सीधे नामकुम-ग्रिड से जोड़ दिया गया. उच्च क्षमतावाली इन लाइनों के आपस में जुड़ जाने के बाद किसी भी आपातस्थिति में अल्बर्ट एक्का चौक, मेन रोड से लेकर सुजाता चौक के पूरे इलाके को तीन तरफ से बिजली सप्लाई दी जा सकेगी.
किसी भी फॉल्ट की स्थिति उत्पन्न होने पर इस क्षेत्र के उपभोक्ताओं को अब कांके और नामकुम ग्रिड के तीन सोर्स से बिजली मिल सकेगी. इस नये सर्किट के चालू होने से सदर अस्पताल के साथ ही इसके आसपास के सारे हॉस्पिटल, व्यवसायिक केंद्र को निर्बाध आपूर्ति मिलने का रास्ता काफी हद तक साफ हो गया है.
अभी तक क्या होता था : अभी सदर अस्पताल में 30 केवी नामकुम ग्रिड से भाया कांटाटोली और कांके ग्रिड से वाया मोरहाबादी से बिजली आपूर्ति की जा रही थी. इस फीडर के ब्रेकडाउन होने के बाद सदर को 33 केवी नामकुम-पॉलिटेक्निक पीएसएस होते हुए बिजली दी जाती थी. आपस में जुड़े रहने के कारण कोई भी फॉल्ट होने पर मोरहाबादी तक विद्युत आपूर्ति ठप हो जाती थी.
लाइन अक्सर ब्रेकडाउन हो जाती थी. इससे मेन रोड, सुजाता, चर्च रोड, पीपी कंपाउंड से लेकर पथरकुदवा फीडर से जुड़े मोहल्लों में बिजली गुल हो जाती थी. यह इलाका महज एक नामकुम लाइन के भरोसे ही था. पॉलिटेक्निक पीएसएस के पांच फीडर में बिजली लोड अधिक रहने के चलते आपात स्थितियों में इसे पूर्व में कम क्षमतावाले सदर फीडर से बिजली नहीं दी जा सकती थी. ऐसे में यहां बिजली संकट की सर्वाधिक शिकायतें दर्ज होती थीं.
पॉलिटेक्निक पावर सबस्टेशन दो तरफ से जुड़ा
33 केवी नामकुम-सदर लाइन के चालू होने से 33 केवी पॉलिटेक्निक पीएसएस को अब 33 केवी सदर से बिजली आपूर्ति की जा सकेगी. इसके पहले 33 केवी नामकुम-पॉलिटेक्निक फीडर के ब्रेकडाउन की स्थिति में पॉलिटेक्निक पीएसएस का कोई भी अल्टरनेट सोर्स नहीं था. इसका मतलब जबतक गड़बड़ी नहीं ठीक होती थी, तब तक मेन रोड, काली मंदिर, सुजाता चौक, चर्च रोड, कर्बला चौक, पीपी कंपाउंड के इलाकों में बिजली आपूर्ति बंद रहती थी.
posted by : sameer oraon