रांची : आदिवासियों से गाली-गलौज करने के मामले में सदर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर लक्ष्मीकांत को सदर थाना प्रभारी के पद से हटाकर पुलिस लाइन भेज दिया गया है. इससे संबंधित आदेश मंगलवार को एसएसपी ने जारी कर दिया है. लक्ष्मीकांत के खिलाफ विभागीय जांच और कार्रवाई भी शुरू करने का आदेश दिया गया है. विभागीय जांच में दोषी पाये जाने पर उनके खिलाफ सजा सुनिश्चित की जायेगी.
उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पूर्व जमीन विवाद के एक मामले में अपनी शिकायत लेकर आदिवासी समुदाय के पुरुष और महिलाएं थाना पहुंची थी. सदर थाना प्रभारी ने थाना गेट के बाहर ही जातिसूचक शब्दों से संबोधित करते हुए इनलोगों को गाली- गलौज करते हुए भगा दिया था. इसका एक वीडियो भी वायरल हुआ था. मामले की जानकारी मिलने के बाद सोमवार को मांडर विधायक ने विधानसभा में इसे मामले को उठा कर सरकार से संज्ञान लेने का अनुरोध किया गया था. मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी ने सदर डीएसपी से पूरे प्रकरण में रिपोर्ट सौंपने को कहा था. आरंभिक जांच के दौरान यह पाया गया कि थाना प्रभारी के इस आचरण से पुलिस की छवि धूमिल हुई है. उनका यह आचरण पुलिस के व्यवहार के खिलाफ है. जांच रिपोर्ट के आधार एसएसपी द्वारा कार्रवाई की गयी है.
उल्लेखनीय है कि सदर थाना में दर्ज एक केस में व्यवसायी से 50 हजार रुपये रिश्वत लेने और सदर डीएसपी के रीडर द्वारा केस में सुपरविजन करने के लिए रिश्वत मांगने से संबंधित मामले की जांच अभी पुलिस कर रही है. इस मामले में अभी रिपोर्ट आनी बाकी है. उल्लेखनीय है कि गढ़वा से रांची ट्रांसफर होकर आने के बाद लक्ष्मीकांत की पोस्टिंग पहले डोरंडा थाना प्रभारी के पद पर की गयी थी. लेकिन दो नवंबर 2023 को लक्ष्मीकांत का तबादला डोरंडा थाना प्रभारी के पद से सदर थाना प्रभारी के पद पर कर दिया गया था.