Jharkhand news: साहिबगंज से बिहार के कटिहार स्थित मनिहारी जा रहे मालवाहक जहाज के दुर्घटनाग्रस्त मामले में शुक्रवार को झारखंड विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ. सदन की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा के मुख्य सचेतक विरंची नारायण ने यह मामला उठाया. वहीं, साहिबगंज से अवैध स्टोन चिप्स की कालाबाजारी को लेकर डीसी-एसी को संस्पेंड करते हुए CBI जांच की मांग की गयी. इस दौरान विपक्ष के जोरदार हंगामे के कारण सदन को स्थगित भी करना पड़ा था. वहीं, राज्य सरकार ने इस मामले को लेकर 4 सदस्यीय जांच कमेटी बनाने की घोषणा की है.
स्टोन चिप्स लदा ट्रक गंगा में समाया
बता दें कि गुरुवार की रात साहिबगंज से एक मालवाहक जहाज बिहार के कटिहार स्थित मनिहारी की तरफ जा रहा था. इस दौरान मनिहारी पहुंचने से पहले ही जहाज अनियंत्रित हो गया और देखते ही देखते उसपर सवार कई ट्रक गंगा में समा गये. इन ट्रकों में स्टोन चिप्स लदा था. इस हादसे में ट्रक में सवार कई लोगों के डूबने की भी संभावना है.
अपर समाहर्ता की अगुवाई में 4 सदस्यीय जांच समिति गठित
इधर, इस दुर्घटना को लेकर शुक्रवार को झारखंड विधानसभा में विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया. विपक्ष के हंगामें पर संसदीय कार्यमंत्री आलमगीर आलम ने अपर समाहर्ता के नेतृत्व में 4 सदस्यीय जांच समिति बनाने की जानकारी सदन काे दिया. उन्होंने कहा कि जांच समिति की रिपोर्ट की सभी पहलुओं से सदन को अवगत कराया जायेगा.
Also Read: कटिहार में मालवाहक जहाज पर सवार दर्जनों ट्रक गंगा में समाये, झारखंड से बिहार आ रहे कई सवार लापता
बाबूलाल मरांडी ने पहले ही किया था आगाह
वहीं, इस मामले में भाजपा विधायक दल के नेता सह पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने राज्य सरकार पर पहले की आगाह किया था. साथ ही नदी के रास्ते स्टोन चिप्स की कालाबाजारी की आशंका भी व्यक्त किया था. उन्होंने कहा कि सहिबगंज से चल रहे अंतरराज्यीय फेरी सेवा में साहिबगंज के अनधिकृत गरम घाट से बिहार के कटिहार स्थित मनिहारी के लिए क्षमता से कई गुणा अधिक वजन के साथ एलसीटी जहाज से ट्रकों का रात में भी गैर कानूनी परिचालन दुर्घटना का कारण बन सकता है.
बाबूलाल ने की CBI जांच की मांग
पूर्वी सीएम श्री मरांडी ने कहा कि राजनैतिक और प्रशासनिक संलिप्तता एवं संरक्षण प्राप्त होने के कारण स्टोन चिप्स की कालाबाजारी धड़ल्ले से हो रही है. कहा कि इस मामले में माफिया गिरोह के तार झारखंड के साथ-साथ बिहार के पुलिस और प्रशासन से भी जुड़े हुए हैं. इसी के रोकथाम को लेकर CBI जांच की मांग, ताकि अवैध धंधे और इसमें संलिप्त लोगों का पर्दाफाश हो सके.
Posted By: Samir Ranjan.