झारखंड: रांची में मोरहाबादी से डीसी आवास पहुंचकर सहियाओं ने किया शक्ति प्रदर्शन, मिला ये आश्वासन
आंदोलन का नेतृत्व संपूर्ण मानवता कल्याण संघ के अध्यक्ष डॉ संजय गिरी ने किया. उन्होंने कहा कि कोविड-19 के समय अपनों ने जहां साथ छोड़ दिया था, उस समय सहियाओं ने सिर पर कफन बांधकर स्वास्थ्य व्यवस्था को बहाल रखा. इसके बावजूद उनकी मांग पर सरकार या सरकार के प्रतिनिधि बात करने को तैयार नहीं हैं.
रांची : झारखंड प्रदेश स्वास्थ्य सहिया संघ के बैनर तले गुरुवार को रांची स्थित मोरहाबादी मैदान में बड़ी संख्या में सहिया जुटीं. नारेबाजी करते करते हुए वे उपायुक्त आवास तक गयीं और रैली के जरिए शक्ति प्रदर्शन किया. झारखंड में 42,000 सहियाएं हड़ताल पर हैं. प्रतिनिधिमंडल ने अधिकारियों से बातचीत की. उन्हें आश्वासन दिया गया है. बहुत जल्द सहियाओं के मामले को लेकर राज्यपाल तथा स्वास्थ्य मंत्री से मिलकर बात की जाएगी.
सहियाओं को मिला है आश्वासन
सहियाओं में से प्रतिनिधिमंडल मौसुना साहू, किरण पासवान, ममता मंडल, आशा कुमारी, रेखा सोनी, साईरा खातून मिलने गयीं. अधिकारी आलोक त्रिवेदी से इन्होंने बातचीत की. करीब 3 घंटे की बातचीत के बाद वे आंदोलन स्थल पर पहुंचे. उन्होंने बताया गया कि 3 महीने का समय दिया गया है. फिक्स्ड सैलरी के लिए बातचीत को लेकर प्रतिनिधिमंडल को दोबारा कुछ दिन बाद बुलाया जाएगा. सरकार ने कोरोना काल में हर महीने एक हजार रुपये सैलरी देने का वादा किया था. वह पैसा कुछ कुछ जिलों में जाना अभी बाकी है. एक हफ्ते के अंदर शेष सहियाओं को पैसा दिए जाने का आश्वासन दिया गया है.
राज्यपाल व स्वास्थ्य मंत्री से मिलेंगी सहिया
आंदोलन का नेतृत्व संपूर्ण मानवता कल्याण संघ के अध्यक्ष डॉ संजय गिरी ने किया. उन्होंने कहा कि कोविड-19 के समय अपनों ने जहां साथ छोड़ दिया था, उस समय सहियाओं ने सिर पर कफन बांधकर स्वास्थ्य व्यवस्था को बहाल रखा. इसके बावजूद उनकी मांग पर सरकार या सरकार के प्रतिनिधि बात करने को तैयार नहीं हैं. यह बहुत दुख की बात है. बहुत जल्द सहियाओं के मामले को लेकर राज्यपाल तथा स्वास्थ्य मंत्री से मिलकर बात की जाएगी. राज्य में कुल 42,000 सहियाएं हड़ताल पर हैं. इससे ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गयी है.