झारखंड के सबसे बड़ी चिड़िया घर भगवान बिरसा मुंडा जैविक उद्यान में कैसे हुई ‘सम्राट’ की मौत?
elephant samrat of biggest zoo of jharkhand is dead. झारखंड (Jharkhand) के सबसे बड़े चिड़ियाघर भगवान बिरसा मुंडा जैविक उद्यान (Bhagwan Birsa Munda Biological Park) में एक हाथी की गुरुवार (12 मार्च, 2020) को मौत हो गयी. इस हाथी का नाम सम्राट (Samrat) है.
रोहित
ओरमांझी : झारखंड के सबसे बड़े चिड़ियाघर भगवान बिरसा मुंडा जैविक उद्यान में एक हाथी की गुरुवार (12 मार्च, 2020) को मौत हो गयी. इस हाथी का नाम सम्राट है. उद्यान परिसर में ही करीब 1:30 बजे सम्राट की मौत हो गयी.
सम्राट की उम्र 21 वर्ष थी. जैविक उद्यान परिसर में ही उसका पोस्टमार्टम किया गया. पोस्टमार्टम करने वालों में बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के वेटनरी कॉलेज के डॉक्टर एमके गुप्ता, डॉ मनोज कुमार झा, डॉ अजय कुमार शामिल थे.
जैसे ही सम्राट के मौत की खबर मिली, पीसीसीएफ पीके वर्मा, उद्यान के निदेशक डी वेंकटेश्वर लू बिरसा मुंडा जैविक उद्यान पहुंचे. अधिकारियों ने हाथी की मौत के बारे में वहां के कर्मचारियों से पूरी जानकारी ली.
वर्ष 1998 में ‘सम्राट’ को बिरसा मुंडा जू लाया गया था, जब वह महज तीन महीने का था. उसे चाईबासा के जंगल से यहां लाया गया था. बताया जाता है कि जंगल में मवेशी चरा रहे लोगों ने उसे लावारिस हालत में पकड़ा था. ग्रामीणों ने ही इसे वन विभाग के हवाले किया था.
चाईबासा से उसे जैविक उद्यान लाया गया. उद्यान में लंबे अरसे तक उसे गाय का दूध पिलाकर पाला गया था. ‘सम्राट’ की देखरेख कर रहे महेंद्र सिंह को वर्ष 2018 में रामू नामक हाथी ने कुचलकर मार डाला था. उल्लेखनीय है कि आमतौर पर हाथियों की उम्र 60 से 80 वर्ष के बीच होती है.