झारखंड में आज से 21 घाटों से मिलेगा बालू, NGT की रोक हटी, इस वेबसाइट पर जाकर करनी होगी बुकिंग

झारखंड में आज यानि की 16 अक्तूबर से राज्य के पूर्व से संचालित 21 घाटों से वैध तरीके से बालू मिलने लगेगा. इसके लिए जेएसएमडीसी की वेबसाइट पर जाकर बालू की बुकिंग करनी होगी.

By Prabhat Khabar News Desk | October 16, 2022 8:58 AM

Ranchi News: बालू घाटों से बालू की निकासी पर एनजीटी की लगी रोक 15 अक्तूबर को समाप्त हो गयी. अब 16 अक्तूबर से राज्य के पूर्व से संचालित 21 घाटों से वैध तरीके से बालू मिलने लगेगा. इसके लिए जेएसएमडीसी की वेबसाइट पर जाकर बालू की बुकिंग करनी होगी. जेएसएमडीसी के एमडी अमीत कुमार ने बताया कि जेएसएमडीसी डॉट इन साइट पर ऑनलाइन सैंड बुकिंग में रजिस्टर करना होगा. इसमें व्यक्तिगत रूप से या थोक रूप से भी बालू लिया जा सकता है, जो सरकारी दर पर उपलब्ध होगा. लेकिन इसके लिए एडवांस में भुगतान करना होगा. किसी प्रकार की समस्या आने पर जेएसएमडीसी के इन फोन नंबरों 7480014033 तथा 9060865799 पर संपर्क कर सकते हैं.

इन घाटों से उपलब्ध होगा बालू

खूंटी के कुदरी ओकरा सिमला और डोरमा , गढ़वा के खोरसोठा, पाचाडुमार, गुमला के बिरी, लारांगो व केराडीह, हजारीबाग के नवाटानर, कोडरमा के कांटी व लाठबेडवा, चतरा के गरहेकेदाली, लोहसिगना खुर्द, बांकी व गोरीघाट, देवघर जिले के तेतरियाटांड़, पंडनिया, जुगटोपा,रानीगंज, दुमका जिले के फुलसहारी, कुसुमघाट व सरायकेला-खरसावां जिले के जोरगोडीह(सोरो) घाट.

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21 बालू घाटों से बालू का उठाव

झारखंड में केवल 21 बालू घाटों से ही वैध रूप से बालू का उठाव हो सकेगा. वजह है कि इन घाटों की बंदोबस्ती पूर्व में ही हो चुकी है. जेएसएमडीसी के चतरा के चार, सरायकेला-खरसावां के एक, कोडरमा के दो, दुमका दो, देवघर के पांच, हजारीबाग के एक, खूंटी के दो व गुमला के एक बालू घाट ही ऐसे हैं, जिनमें माइंस डेवलपर सह ऑपरेटर(एमडीओ) नियुक्त हैं, जो वैध तरीके से बालू का उठाव कर सकते हैं.

दर 25 से 32 हजार प्रति हाइवा

वर्तमान में स्टॉकिस्ट के माध्यम से बालू की बिक्री हो रही है. जिस कारण दर 25 से 32 हजार प्रति हाइवा है, जबकि मई-जून में इसकी दर आठ से 10 हजार रुपये प्रति हाइवा थी. बालू कारोबारी बताते हैं कि एनजीटी पर लगी रोक हटने से बहुत ज्यादा दर में परिवर्तन नहीं होगा. घाटों का टेंडर हो जाये और बालू की निकासी होने लगे, तो दर घटकर सामान्य हो जायेगी.

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