रांची: झारखंड प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने झारखंड में सनातनी मठ और मंदिरों का सरकारीकरण और कांग्रेसीकरण पर आपत्ति जतायी है. उन्होंने इस पर अविलंब रोक लगाने की मांग की है. झारखंड धार्मिक न्यास बोर्ड के द्वारा कई मंदिरों की न्यास समिति को भंग कर उसमें सनातनी समाज के धार्मिक लोगों को छोड़ कर सत्ताधारी दलों के कार्यकर्ताओं को शामिल किये जाने का विरोध किया है. इधर, श्री महावीर मंडल रांची महानगर कोर कमेटी की बैठक गुरुवार को हुई. मंडल अध्यक्ष कुणाल अजमानी ने कहा कि श्री संकट मोचन मंदिर को धार्मिक न्यास पर्षद के अंदर लाना गलत है क्योंकि इस मंदिर का वर्षों से रखरखाव निजी हाथों से हुआ है. झारखंड गठन के बाद से कभी भी न्यास पर्षद के लोग इस मंदिर को देखने तक नहीं आए. श्री महावीर मंडल रांची महानगर इसके खिलाफ कोर्ट जायेगा क्योंकि यह मंदिर निर्मोही अखाड़ा अयोध्या से पंजीकृत है. पर्षद द्वारा एक नयी कमेटी बनाकर घोषणा करना गलत है. मंदिर की देखरेख की जिम्मेदारी अपने स्तर से श्री महावीर मंडल रांची महानगर ले रहा है, तो झारखंड सरकार को तकलीफ हो रही है.
दीपक प्रकाश ने की अविलंब रोक लगाने की मांग
झारखंड प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने झारखंड में सनातनी मठ और मंदिरों का सरकारीकरण और कांग्रेसीकरण पर आपत्ति जतायी है. इसके साथ ही इस पर अविलंब रोक लगाने की मांग की है. दीपक प्रकाश ने झारखंड धार्मिक न्यास बोर्ड के द्वारा कई मंदिरों की न्यास समिति को भंग कर उसमें सनातनी समाज के धार्मिक लोगों को छोड़ कर सत्ताधारी दलों के कार्यकर्ताओं को शामिल किये जाने का विरोध किया है.
मंदिरों का सरकारीकरण और कांग्रेसीकरण का होगा जोरदार विरोध
झारखंड प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने कहा कि हिंदू विरोधी लोगों को अब सत्ता से दूर जाने का भय सता रहा है, तो ये पीछे की दरवाजे से मठ और मंदिरों के न्यास समिति में शामिल होने की कोशिश कर रहे हैं. कांग्रेसियों को तो अपने आपको हिंदू कहने से भी शर्म आनी चाहिए, क्योंकि कांग्रेस वही दल है, जिसने सुप्रीम कोर्ट में जाकर भगवान राम और राम सेतु के अस्तित्व को ही नकार दिया था. दीपक प्रकाश ने कहा कि अगर हिंदू मठ और मंदिरों का सरकारीकरण और कांग्रेसीकरण हुआ तो सनातनी चुप नहीं बैठेंगे. सड़कों में उतर कर उसका विरोध करेंगे और ऐसे सनातनी विरोधी लोगों को चुनाव में सबक सिखाने का काम करेंगे.
संकट मोचन मंदिर को धार्मिक न्यास पर्षद के दायरे में लाना गलत
इधर, श्री महावीर मंडल रांची महानगर कोर कमेटी की बैठक गुरुवार को हुई. मंडल अध्यक्ष कुणाल अजमानी ने कहा कि श्री संकट मोचन मंदिर को धार्मिक न्यास पर्षद के अंदर लाना गलत है क्योंकि इस मंदिर का वर्षों से रखरखाव निजी हाथों से हुआ है. झारखंड गठन के बाद से कभी भी न्यास पर्षद के लोग इस मंदिर को देखने तक नहीं आए. आज जब मंदिर को सुचारु रूप से चलाया जा रहा है, तब पर्षद द्वारा एक नयी कमेटी बनाकर घोषणा करना गलत है.
कोर्ट जायेगा श्री महावीर मंडल रांची महानगर
श्री महावीर मंडल रांची महानगर इसके खिलाफ कोर्ट जायेगा क्योंकि यह मंदिर निर्मोही अखाड़ा अयोध्या से पंजीकृत है. उन्होंने कहा कि हाल ही में जब मंदिर को क्षतिग्रस्त किया गया था, तो कोई भी खबर नहीं ली गयी. मंदिर की देखरेख की जिम्मेदारी अपने स्तर से श्री महावीर मंडल रांची महानगर ले रहा है, तो झारखंड सरकार को तकलीफ हो रही है. बैठक में महामंडलेश्वर सूर्यनारायण दास त्यागी, शेखर शरण, डॉ दिलीप सोनी, रवींद्र वर्मा, रमेश बाली, नवजोत, महेश सोनी, रमेश बथवाल, दिलीप स्वर्णकार, रवि प्रकाश टुन्ना, विक्रांत विश्वकर्मा, सतीश सिन्हा, रोहित शारदा, बादल सिंह आदि मौजूद थे.