रांची. संत अन्ना धर्मसमाज की सिस्टर शशिलता लकड़ा और सिस्टर ललिता रोशनी लकड़ा के धर्मसंघीय जीवन के 25 वर्ष पूरे हो गये हैं. इस अवसर पर आर्चबिशप विसेंट आईंद ने धन्यवादी मिस्सा अर्पित की. उनका सहयोग अंबिकापुर के बिशप अनतोनिस बाड़ा ने किया. आर्चबिशप ने दोनों धर्मबहनों को उनकी सेवकाई के लिए शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि ईश्वर ही सभी सफलताओं का स्रोत और प्रेरणा का कारण है. जब हम प्रभु के साथ जुड़े होते हैं, तो निश्चित रूप से सफलता प्राप्त होती है. इस दौरान पुस्तक का विमोचन भी किया गया. बिशप अंतोनिस बाड़ा ने भी दोनों धर्मबहनों को शुभकामनाएं दीं. मिस्सा के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुआ. इस अवसर पर फादर स्टालिन सेराफिन, फादर अलेक्स, फादर मनोज कुल्लू, फादर फिल्मोन लकड़ा, फादर अल्बर्ट लकड़ा, फादर असीम मिंज आदि उपस्थित थे.
रोमन कैथोलिक और जीइएल चर्च को इस वर्ष मिली नयी लीडरशिप
रांची के ईसाई समुदाय के लिए वर्ष 2024 खास रहा है. इस वर्ष रोमन कैथोलिक मिशन को नये आर्चबिशप विसेंट आईंद और जीइएल चर्च को नये मॉडरेटर बिशप मार्शल केरकेट्टा के रूप में नयी लीडरशिप मिली. रोमन कैथोलिक मिशन के आर्चबिशप के रूप में विसेंट आईंद ने 19 मार्च को पदभार संभाला. आर्चबिशप विसेंट आईंद पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी डायसिस से हैं. मुंडारी, हिंदी, अंग्रेजी, इटालियन, नेपाली, फ्रेंच सहित आठ भाषाओं के जानकार हैं. रोमन कैथोलिक मिशन के रांची महाधर्मप्रांत का पदभार ग्रहण करने के बाद से उन्होंने लगातार पल्लियों का दौरा किया और विश्वासियों के बीच संवाद स्थापित किया है. जीइएल चर्च के बिशप मार्शल केरकेट्टा ने आठ अगस्त को चुनाव के बाद नये मॉडरेटर के रूप में पदभार संभाला. नये मॉडरेटर अभी युवा हैं और उनकी भी पढ़ने-लिखने में गहरी अभिरुचि रही है. कई अवसरों पर अपने संदेश में स्पष्ट कर दिया कि चर्च की एकता और विकास पर उनका फोकस रहेगा. कुछ समय पहले उन्होंने जर्मनी की यात्रा कर जीइएल चर्च व जर्मन मिशन के साथ ऐतिहासिक संबंधों को और मजबूत किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है