Ranchi news : सिदो-कान्हू के संघर्ष से बना संताल परगना आज खतरे में : चंपाई सोरेन
जामा में कार्यकर्ताओं के बीच पहुंचे चंपाई सोरेन, शिकारीपाड़ा में की चुनावी जनसभा. कहा : संताल परगना को बचाना ही भाजपा का सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा.
जामा/शिकारीपाड़ा.
भाजपा के स्टार प्रचारक और पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने शिकारीपाड़ा में चुनावी जनसभा व जामा विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के बूथ स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित किया. चंपाई सोरेन ने कहा कि संताल परगना की यह धरती अमर शहीद सिदो-कान्हू, चांद-भैरव और वीरांगना फूलो-झानो की धरती है. हमें इस धरती को सजाना और संवारना है. सिदो-कान्हू ने इसी धरती के लिए संघर्ष किया. अंग्रेजों से लड़ाई लड़ी. उनके संघर्ष से ही अलग क्षेत्र संताल परगना बना. पर आज यही संताल परगना की धरती और आदिवासी समाज खतरे में है.उन्होंने कहा कि सिदो-कान्हू के वंशज रामेश्वर मुर्मू की हत्या हो गयी, पर यह सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर सकी. हेमंत सोरेन के कार्यकाल में आदिवासियों पर काफी अत्याचार हुए हैं. खासकर संताल परगना में तो आदिवासी बेटियों के साथ बर्बरतापूर्ण व्यवहार किया गया. इस संकट से बचाने-उबारने का काम भाजपा कर रही है. सिदो-कान्हू की धरती को बचाना ही भाजपा के लिए इस चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा है. उन्होंने कहा कि आज झामुमो, कांग्रेस, आरजेडी इस क्षेत्र में रहनेवाले आदिवासियों की चिंता नहीं कर रहे. सिर्फ भाजपा चिंता कर रही है. जामा में उन्होंने सुरेश मुर्मू व शिकारीपाड़ा के भाजपा प्रत्याशी परितोष सोरेन के पक्ष में उन्होंने हरिपुर के फुटबॉल मैदान में वोट की अपील की. यहां उन्होंने कहा कि उनके पांच माह के कार्यकाल में जितना काम हुआ, उतना हेमंत सोरेन ने साढे़ चार वर्षों में नहीं किया. उन्होंने बेहतर शासन व्यवस्था कायम करने के लिए भाजपा की सरकार बनाने की अपील की. जामा में कार्यकर्ता सम्मेलन में क्लस्टर प्रभारी सह नवादा के सांसद विवेक ठाकुर, विधानसभा क्षेत्र प्रभारी सीताराम पाठक, पश्चिम बंगाल के विधायक कमलाकांत हांसदा, जिलाध्यक्ष गौरवकांत प्रसाद, इंद्रकांत यादव, विधानसभा संयोजक राजू पुजहर आदि मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है