रांची : संतोष गंगवार को झारखंड का नया राज्यपाल बनाया गया है. शनिवार देर रात इससे संबंधित अधिसूचना जारी कर दी गयी. राज्यपाल बनाए जाने के बाद संतोष गंगवार ने प्रधानमंत्री मोदी के प्रति आभार जताते हुए नयी जिम्मेदारी पर खरा उतरने की बात कही है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने उन्हें जो नयी जिम्मेदारी दी है, वह उस पर खरा उतरेंगे.
कार्यकर्ताओं ने बांटी मिठाईयां
संतोष गंगवार को राज्यपाल नियुक्त किए जाने की घोषणा होते ही शनिवार रात में ही बरेली में उनके भारत सेवा ट्रस्ट स्थित आवास पर प्रमुख कार्यकर्ताओं का पहुंचना शुरू हो गया और मिठाई खिलाकर प्रसन्नता जाहिर की. इस दौरान उन्होंने हाथ जोड़कर सभी लोगों का अभिवादन स्वीकार किया.
संतोष गंगवार बोले- भाजपा ने मुझे सब कुछ दिया
संतोष कुमार गंगवार ने शनिवार रात करीब एक बजे पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, ‘‘मुझे जो नयी जिम्मेदारी मिली है, उस पर खरा उतरूंगा. उन्होंने आगे कहा, ‘‘पार्टी ने हमेशा बिना मांगे मुझे सब कुछ दिया. अब राज्यपाल बनाकर मेरे प्रति विश्वास व्यक्त किया है. इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभारी हूं.’’
पीएम मोदी और बरेली की जनता जताया आभार
इस पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘पीएम मोदी ने मेरे लिए जो नयी जिम्मेदारी दी है, उस पर खरा उतरूंगा. बरेली की जनता का आभार, जिसने मुझ जैसे सामान्य कार्यकर्ता पर लगातार भरोसा जताया. लगातार अटूट विश्वास और प्यार बनाए रखा.’’
बरेली लोकसभा सीट से 8 बार के रहे हैं सांसद
संतोष कुमार गंगवार बरेली लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से आठ बार सांसद रह चुके हैं. वे अटल बिहारी वाजपेयी और नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं. हाल में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने चुनावी सभाओं के दौरान कहा था कि उन्हें कुछ अलग से स्थान दिया जाएगा. ये बात आज सच हो गयी.
बरेली कॉलेज से की बीएससी की पढ़ाई
बरेली संसदीय सीट 2024 के चुनाव में भी भाजपा के छत्रपाल गंगवार को भी जीत मिली. बता दें कि झारखंड के नये राज्यपाल का जन्म 1948 में हुआ और बरेली कॉलेज से ‘बीएससी’ की पढ़ाई के साथ ही एलएलबी की उपाधि हासिल कर 1984 में राजनीतिक जीवन की शरुआत की. एक बार जब उनसे पूछा गया कि वह राजनीति में कैसे आए तो उन्होंने कहा, ‘‘आपातकाल के दौरान जेल जाना पड़ा. एक वर्ष जेल में काटने के बाद जब बाहर आया तो सोचने का तरीका थोड़ा बदल गया. इसी बीच, थोड़ा समय बीतने के बाद जनता पार्टी की बरेली जिला कमेटी में महामंत्री का पद प्रस्तावित किया गया तो मैंने स्वीकार कर लिया.’’
साल 1984 में लड़ा था पहला चुनाव
संतोष गंगवार साल 1984 में पहला चुनाव लड़ा था. लेकिन वह कांग्रेस उम्मीदवार और पूर्व राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद की पत्नी आबिदा बेगम से हार गए थे. इसके बाद 1989 में वह फिर से लोकसभा चुनाव लड़े और जीत हासिल कर पहली बार सांसद बने. इसके बाद 1991, 1996, 1998, 1999, 2004 में लगातार जीत का सेहरा उन्हीं के सिर सजा.
कुर्मी बिरादरी के प्रभावशाली नेता के रूप में है पहचान
उनकी पहचान कुर्मी बिरादरी के प्रभावशाली नेता के रूप में है. हालांकि वह सभी वर्गों में लोकप्रिय हैं. वर्ष 2009 में कांग्रेस के प्रवीण सिंह ऐरन ने उनको पराजित कर दिया था, लेकिन गंगवार ने उसके बाद 2014 और 2019 में अपनी जीत हासिल की. उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने गंगवार को राज्यपाल बनाए जाने पर सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में हार्दिक बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं दीं.
हेमंत सोरेन ने राज्यपाल संतोष गंगवार को दी बधाई
संतोष गंगवार को झारखंड का राज्यपाल नियुक्त किये जाने के बाद से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उन्हें बधाई दी है. उन्होंने सोशल मीडिया एक्स के माध्यम पर ट्वीट करते हुए कहा कि संतोष गंगवार जी को हार्दिक बधाई, शुभकामनाएं और जोहार. झारखंड की महान और वीर भूमि पर हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है. इसके अलावा सीएम हेमंत ने महाराष्ट्र के नव नियुक्त राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को भी बधाई दी है.
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