Sarhul 2022: प्रकृति पर्व सरहुल को लेकर रांची डीसी छवि रंजन की अध्यक्षता में सरना समिति/सदस्यों के साथ बैठक हुई. इस मौके पर डीसी ने कहा कि सौहार्दपूर्ण वातावरण में पर्व मनाए, पर सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का हमेशा अनुपालन करें. साथ ही कहा कि विधि व्यवस्था के मामले में रांचीवासी कभी निराश नहीं किया है.
राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों की दी गयी जानकारी
बैठक में रांची एसडीओ द्वारा राज्य सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन की जानकारी दी गयी. इसके तहत शोभायात्रा में 100-100 की संख्या में श्रद्धालु निकले. साथ ही शाम 6 बजे तक धार्मिक जुलूस को खत्म करने की जानकारी दी गयी. समिति के सदस्यों के बताया गया कि जहां पर सभी ग्रुप का मिलान होगा, वहां श्रद्धालुओं की अधिकतम संख्या एक हजार से अधिक नहीं होनी चाहिए. बैठक के दौरान सरना समिति के सदस्यों ने भी अपनी बातों को रखा. साथ ही विधि व्यवस्था को लेकर सदस्यों द्वारा प्रकाश में लाये गये मामलों पर उचित व्यवस्था करने की बात भी कही गयी.
जुलूस में बच्चे और बुजुर्ग ना हों शामिल
रांची समाहरणालय में आयोजित बैठक में राज्य सरकार द्वारा जारी गाइडलाइस का अनुपालन करते हुए सौहार्दपूर्ण वातावरण में सरहुल पर्व मनाने पर जोर दिया गया. वहीं, कहा कि विधि व्यवस्था के मामले में रांची ने निराश नहीं किया. इस बार भी हमें उम्मीद है कि सौहार्दपूर्ण वातावरण में सरहुल का पर्व मनाया जायेगा. राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देर्शों में छूट दिये जाने की बात पर कहा कि आपकी भावनाओं से सीनियर अधिकारियों को अवगत कराया जायेगा. साथ ही कहा कि बच्चे और 60 साल से ऊपर के बुजुर्ग जुलूस में शामिल ना हो इस पर ध्यान दें. उन्होंने कहा कि कुछ ऐसा करें कि देश-दुनिया में यहां का सकारात्मक संदेश जाए.
जिला प्रशासन हर संभव सहयोग को तैयार
डीसी श्री रंजन ने कहा कि सरहुल के दौरान बेहतर व्यवस्था को लेकर जो भी बातें कही है उसे नोट कर लिया गया है. जिला प्रशासन हर संभव सहयोग के लिए तैयार है. उन्होंने सभी बीडीओ एवं सीओ को संबंधित थाना प्रभारी के साथ सरना समिति के प्रबुद्ध लोगों को बुलाकर बैठक करने का निर्देश दिया. साथ ही कहा कि कहीं भी विधि व्यवस्था में व्यवधान से संबंधित सूचना मिले, तो तुरंत सीनियर पदाधिकारियों को इसकी सूचना दें.
शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में विधि व्यवस्था रहेगी दुरुस्त
इस मौके पर रांची एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने कहा कि शहरी एवं ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में विधि व्यवस्था दुरुस्त रहेगी. पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती की जायेगी. उन्होंने कहा कि प्रकृति से जुड़ाव कल भी जरूरी था, आज भी है और आने वाले समय में और भी ज्यादा महत्वपूर्ण है. साइंस टेक्नॉलॉजी से सुविधाएं बढ़ सकती है, लेकिन मानव का अस्तित्व प्रकृति से ही जुड़ा हुआ है. कहा कि पिछले दो वर्षाें से सीख लेते हुए सरकार द्वारा जारी गाइडलाइंस का अनुपालन आवश्यक है. इस बैठक में डीसी-एसएसपी के अलावा सिटी एसपी सौरभ, ग्रामीण एसपी नौशाद आलम, सदर एसडीओ दीपक दुबे, बुंडू एसडीओ, अपर जिला दंडाधिकारी, संबंधित पुलिस पदाधिकारी, अंचलाधिकारी समेत सरना समिति के सदस्य उपस्थित थे.
Posted By: Samir Ranjan.