Sarhul Festival: सरहुल को लेकर शुक्रवार को डीसी की अध्यक्षता में शांति समिति की बैठक हुई. केंद्रीय शांति समिति और आदिवासी संगठनों के सदस्यों ने सरहुल पर्व के दौरान बेहतर व्यवस्था को लेकर कई सुझाव दिये. साफ-सफाई, जलापूर्ति, अवैध शराब की बिक्री पर रोक, सरना स्थल पर निर्बाध बिजली आपूर्ति, महिला आरक्षियों की प्रतिनियुक्ति से संबंधित कई सुझाव सदस्यों द्वारा दिये गये. पूर्व मंत्री गीताश्री उरांव ने कहा कि पिछले साल हुए सर्वेक्षण में सरहुल महोत्सव की शोभायात्रा को पांचवां स्थान प्राप्त हुआ. ऐसे में जिला प्रशासन की जिम्मेदारी बनती है कि पर्व को सुव्यवस्थित तरीके से संपन्न कराया जाये. डीसी राहुल कुमार सिन्हा ने कहा कि समितियों के सभी सुझावों पर अमल किया जायेगा. शांति समिति की बैठक के दौरान वरीय पुलिस अधीक्षक किशोर कौशल ने ध्वनि प्रदूषण नहीं हो, इसके लिए नियमानुसार लाउडस्पीकर का इस्तेमाल करने का आग्रह किया.
पारंपरिक तरीके से मनेगा सरहुल पर्व : मेघा
झारखंड आदिवासी सरना विकास समिति धुर्वा के सदस्य सरहुल पूजा महोत्सव की तैयारी में जुट गये हैं. इस अवसर पर धुर्वा में हुई बैठक में अध्यक्ष मेघा उरांव ने बताया कि पाहनों की अगुवाई में विधि-विधान और पारंपरिक तरीके से हर्षोल्लास के साथ सरहुल मनाया जायेगा.
निगम चलायेगा सफाई अभियान
सरहुल को लेकर निगम सफाई अभियान चलायेगा. सभी सरना स्थलों एवं अखाड़ों की विशेष सफाई के लिए शुक्रवार को उप नगर आयुक्त रजनीश कुमार ने सभी जोनल एवं सुपरवाइजर के साथ बैठक की. पर्व के दौरान शहर की सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए कहा गया.
पूरे राज्य में 24 मार्च दिन शुक्रवार को सभी कार्यालय में सरकारी अवकाश रहेगा. इस बार बड़े ही धुमधाम से सरहुल मनाया जायेगा. इसे लेकर खास तैयारी की जा रही है. बता दें कि सरहुल जुलूस से पहले 23 मार्च को उपवास एवं मछली केकड़ा पकड़ने वाली विधि होगी और शाम 4:00 बजे जल रखाई पूजा किया जायेगा. इस जल रखाई पूजा में पहान के द्वारा घड़े में पानी रखकर मौसम की भविष्यवाणी की जाती है. वहीं, 24 मार्च 2023 को सरना पूजा किया जाएगा और उसके बाद करीब 1 बजे से शोभा यात्रा निकाली जाएगी.