रांची. डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विवि में गुरुवार को विवि के अखड़ा में सरहुल महोत्सव मनाया गया. मुख्य अतिथि साहित्यकार महादेव टोप्पो ने साहित्यिक रचना से झारखंड की कला संस्कृति को आगे ले जाने पर हर्ष जताया. साथ ही देश-विदेश में झारखंड की कला को फैलाने के लिए पद्मश्री मुकुंद नायक की प्रशंसा की. सरहुल महोत्सव की शुरुआत प्रो महेश पाहन और डॉ जुरन सिंह मानकी के नेतृत्व में हुई. घड़ा में पानी लाकर अखड़ा स्थित पूजा स्थल पर स्थापित किया गया. कुलपति डॉ तपन कुमार शांडिल्य ने कहा कि झारखंडी संस्कृति में सरहुल महापर्व है. सरहुल पूरे विश्व को पर्यावरण संरक्षण का संदेश देता है. झारखंड ओपन यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ टीएन साहू ने कहा कि यह पर्व शृंगार स्वरूप हम सबको सुशोभित कर रहा है. इस दौरान कुड़ुख, नागपुरी, हो, खोरठा, संताली, कुरमाली, मुंडारी, पंच परगनिया नृत्य संगीत की प्रस्तुति हुई. इस अवसर पर पूर्व कुलपति डॉ एसएन मुंडा, डॉ विनोद कुमार, डॉ जिंदर सिंह मुंडा, डॉ जयकिशोर मंगल मौजूद थे.