Sarkari Aspatal: रिम्स में बदल जाएगा मरीजों का डायट चार्ट, खाने में शामिल किया जाएगा ये पौष्टिक आहार
कोरोना संक्रमण (Coronavirus) को देखते हुए अब मरीजों (Patients) की इम्युनिटी (Emunity) बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है. इम्युनिटी से बीमारी को ठीक करने में मदद मिलती है. रिम्स (RIMS) में इसके मद्देनजर डाइट (Diet Chart) तैयार किया गया है.
राजीव पांडेय, रांची : कोरोना संक्रमण (Coronavirus) को देखते हुए अब मरीजों (Patients) की इम्युनिटी (Emunity) बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है. इम्युनिटी से बीमारी को ठीक करने में मदद मिलती है. रिम्स (RIMS) में इसके मद्देनजर डाइट (Diet Chart) तैयार किया गया है. शासी परिषद की बैठक में मरीजों को 93.85 के बजाय 150 रुपये का भोजन देने के निर्णय के बाद पौष्टिक डाइट को शामिल किया गया है.
डायटीशियन द्वारा नया डाइट चार्ट तैयार कर ई-टेंडर के लिए अपलोड कर दिया गया है. नये डाइट में दो दिन चिकन, पनीर व सोयाबीन दिया जायेगा. वहीं एक दिन अंडा करी मिलेगा. शाकाहारी को पनीर व सोयोबीन दिया जायेगा. सुबह में सभी मरीजों को चाय बिस्कुट मिलेगा. मरीजों को यह सभी सुविधाएं बेड पर उपलब्ध करायी जायेंगी. इसके अलावा लिक्विड पर रखे गये मरीजों को छह जगह की आठ बार डाइट दिया जायेगा.
बच्चों को सुबह व शाम में मिलेगा हेल्थ ड्रिंक : रिम्स में भर्ती बच्चों को सुबह व शाम में हेल्थ ड्रिंक दिया जायेगा. हेल्थ ड्रिंक के साथ स्प्राउट, चिल्ला व स्नैक्स को शामिल किया गया है. चिल्ला व स्प्राउट में प्रोटीन की पर्याप्त मात्रा वाले अनाज को शामिल किया जायेगा. इससे बच्चों की इम्युनिटी बढ़ेगी. बच्चों को भी चिकन व अंडा दिया जायेगा, लेकिन उनकी मात्रा कम हाेगी. हेल्थ ड्रिंक तीन से छह साल के बच्चों के अलावा 14 साल के बच्चों को दिया जायेगा.
ऐसा होगा नया डायट
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सुबह: चाय बिस्कुट
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शाम : स्नैक्स, चिल्ला व स्प्राउट
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खाना : दो दिन चिकन, एक दिन अंडा करी, दो दिन पनीर व दो दिन सोयाबीन की सब्जी
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बच्चों के लिए : तीन से छह साल व 14 साल के बच्चे को सुबह व शाम स्नैक्स के साथ हेल्थ ड्रिंक
आइसीयू की दीवारों पर कार्टून, मरीजों को मिलेगी शांति : सदर अस्पताल में आइसीयू बेड तैयार किया जा रहा है, जिससे मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया करायी जा सके. आइसीयू में थैलेसमिया डे-केयर विंग के खाली पड़े विंग का उपयोग भी किया जा रहा है. विंग की दीवार रंगीन है. कार्टून बना हुआ है, इससे वहां इलाज के दाैरान मरीजों को मानसिक शांति मिलेगी.
डॉक्टरों का कहना है कि अस्पताल की ऐसी दीवारें बच्चों के वार्ड में होती हैं, लेकिन इससे बड़ों को भी अलग माहौल मिलेगा. इस बारे में उपाधीक्षक डॉ सब्यसांची मंडल ने बताया कि आइसीयू विंग तैयार करना था, इसलिए खाली थैलेसिमिया डे-केयर विंग का उपयोग किया गया. आइसीयू में सभी प्रकार के मरीजों का इलाज किया जायेगा.
Posted by : Pritish Sahay