Sarkari Naukri 2021 : बाबूलाल मरांडी ने सीएम हेमंत सोरेन को लिखा पत्र, आदिम जनजातियों की हो सीधी नियुक्ति
बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) ने बताया कि 2008 के बाद कई नियुक्तियां (appointments) हुईं, लेकिन आदिम जनजाति (primitive tribes) उम्मीदवार प्रतियोगिता परीक्षा (competitive exam) में नगण्य रूप से सफल हुए. वे अब तक दो प्रतिशत के क्षैतिज आरक्षण (horizontal reservation) के बावजूद सफल नहीं हो रहे हैं.
Sarkari Naukri 2021, दुमका न्यूज : झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिख कर राज्य के स्नातक व उच्च योग्यताधारी आदिम जनजाति युवक-युवतियों का सरकारी सेवा में तृतीय वर्ग के पदों पर सीधी नियुक्ति कराने की मांग की है. श्री मरांडी को इस संदर्भ में दुमका के रहनेवाले ज्योतिष कुमार सिंह व सिमोन मालतो ने आवेदन दिया था.
बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी के मुताबिक कल्याण विभाग के संकल्प संख्या 2965 दिनांक 23 दिसंबर 2005 के द्वारा 30 नवंबर 2008 तक राज्य के स्नातक व उच्च योग्यता प्राप्त आदिम जनजाति युवक-युवतियों को तृतीय वर्ग में नियुक्ति में सामान्य प्रक्रिया में छूट देकर समाहरणालय व जिला स्तर पर अन्य कार्यालयों में नियुक्ति का प्रावधान किया गया था, जिसके आलोक में नियुक्ति भी हुई, लेकिन 2008 में जारी संकल्प में उल्लेख कर दिया गया था कि विशेष परिस्थिति में नियुक्ति की यह व्यवस्था केवल एक बार के लिए होगी. भविष्य में इसे पूर्वोदाहरण के रूप में नहीं लिया जायेगा.
बाबूलाल मरांडी ने बताया कि 2008 के बाद कई नियुक्तियां हुईं, लेकिन आदिम जनजाति उम्मीदवार प्रतियोगिता परीक्षा में नगण्य रूप से सफल हुए. वे अब तक दो प्रतिशत के क्षैतिज आरक्षण के बावजूद सफल नहीं हो रहे हैं. इस वर्ग के रहन-सहन, सामाजिक व शैक्षणिक स्तर काफी नीचे हैं, लिहाजा जिलास्तरीय नियुक्ति पर कुछ प्रतिशत में सीधी नियुक्ति की पहल होनी चाहिए. इससे आदिम जनजातियों का उत्थान हो पायेगा.
Posted By : Guru Swarup Mishra