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झारखंड: सीएम हेमंत सोरेन 22 जनवरी को 2500 युवाओं को देंगे ऑफर लेटर, ये है तैयारी

झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन के प्रयास से दिसंबर 2021 में रांची के ओरमांझी स्थित कुल्ही इंडस्ट्रियल एरिया में कई टेक्सटाइल प्लांट्स का शुभारंभ किया गया था. आज उन प्रयासों से महज तीन वर्ष में 10 हजार से अधिक युवाओं को रांची में रोजगार मिला है.

By Guru Swarup Mishra | January 20, 2024 6:45 PM

रांची: झारखंड के स्थानीय युवाओं को निजी क्षेत्र में 75 प्रतिशत नियोजन सुनिश्चित करने की दिशा में राज्य सरकार लगातार आगे बढ़ रही है. इस कड़ी में सीएम हेमंत सोरेन 22 जनवरी को 2500 युवाओं को निजी क्षेत्र में ऑफर लेटर सौंपेंगे. रांची के होटवार स्थित खेलगांव के टाना भगत स्टेडियम में हुनरमंद युवाओं को अरविंद टेक्सटाइल, किशोर एक्सपोर्ट, श्री गणपति क्रिएशन, अर्बन डिजाइन प्राइवेट लिमिटेड, मैट्रिक्स क्लोथिंग, वेलेंसिया अपैरल्स एवं ओरिएंट क्राफ्ट टेक्सटाइल कंपनियों के लिए ऑफर लेटर सौंपा जाएगा. इससे पूर्व मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रमंडल स्तरीय रोजगार मेला का आयोजन कर करीब 56 हजार युवाओं को निजी क्षेत्र में ऑफर लेटर दिया जा चुका है.

प्लांट्स के शुरू होने से कुल्ही गांव की बदली तस्वीर

सीएम हेमंत सोरेन के प्रयास से दिसंबर 2021 में रांची के ओरमांझी स्थित कुल्ही इंडस्ट्रियल एरिया में कई टेक्सटाइल प्लांट्स का शुभारंभ किया गया था. आज उन प्रयासों से महज तीन वर्ष में 10 हजार से अधिक युवाओं को रांची में रोजगार मिला है. यहां स्थित कपड़े की फैक्ट्रियां न सिर्फ लोगों को रोजगार दे रही हैं, बल्कि उन्हें बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करा रही हैं. यहां काम करने वालों में 90 प्रतिशत महिलाएं हैं. ये सभी कुल्ही स्थित अरविंद टेक्सटाइल, किशोर एक्सपोर्ट, श्री गणपति क्रिएशन, अर्बन डिजाइन प्राइवेट लिमिटेड, मैट्रिक्स क्लोथिंग, वेलेंसिया अपैरल्स एवं ओरिएंट क्राफ्ट की अत्याधुनिक कपड़े की यूनिट्स में काम कर अपना जीवनयापन कर रहे हैं. जिस कुल्ही गांव में कभी सड़क नहीं थी, आज मुख्यमंत्री की दूरदृष्टि ने कुल्ही गांव की तकदीर और तस्वीर बदल दी है. कुल्ही गांव के लोगों को मूलभूत सुविधाएं भी मिल रही हैं.

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विभिन्न राज्यों से लाई गईं बेटियों और श्रमिकों को भी मिला रोजगार

इन उद्योगों में विभिन्न राज्यों में कार्य करने गई झारखंड की बेटियों को भी रोजगार से आच्छादित किया गया है. नियोजित बेटियां कोरोना संक्रमण काल में वापस लाई गई थीं या विभिन्न राज्यों में कार्य के दौरान उन्हें बंधक बना कर कार्य लिया जा रहा था. ऐसी सभी बेटियों को मुख्यमंत्री के निर्देश पर वापस झारखंड लाकर नियोजित किया गया है. उत्तराखंड के नवनिर्मित टनल हादसे से सुरक्षित रेस्क्यू किए गए कुछ श्रमिकों को भी कुल्ही स्थित प्लांट्स में रोजगार उपलब्ध कराया गया है.

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विदेशों में हो रहा वस्त्रों का एक्सपोर्ट

कुल्ही इंडस्ट्रियल एरिया में संचालित वस्त्र उद्योग में यहां के हुनरमंद युवाओं और विश्वस्तरीय मशीनों से विश्व विख्यात ब्रांड्स के कपड़े बनाए जा रहे हैं. रांची से पूरे देश एवं यूके, अमेरिका, जर्मनी समेत कई देशों में यहां के बने कपड़ों को एक्सपोर्ट किया जा रहा है. रांची से ही ब्रांडेड जिंस, पैंट, शर्ट, बच्चों के कपड़े, लेडिज वेयर, वुलेन वेयर, अंडर गार्मेंट्स आदि की डिमांड देश-विदेश में है. झारखंड में टेक्सटाइल इंडस्ट्री यहां की बेहतरीन नई टेक्सटाइल पॉलिसी और राज्य सरकार से मिल रहे समर्थन की वजह से काफी विकास करेगी, जिससे आने वाले कुछ वर्षों में कुल्ही की फैक्ट्रियों की क्षमता एक लाख लोगों को रोजगार देने की होगी.

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