झारखंड:सीएम हेमंत सोरेन ने 827 शिक्षकों को सौंपा नियुक्ति पत्र, बोले-लगातार बहाली से बदल रही स्कूलों की तस्वीर

सीएम हेमंत सोरेन ने 827 माध्यमिक शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिया. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सांकेतिक तौर पर अपने हाथों से 24 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपा. इस दौरान कार्यक्रम में मंत्री सत्यानंद भोक्ता, आलमगीर आलम के अलावा सांसद महुआ माजी, शिक्षा सचिव के रवि कुमार समेत कई अधिकारी मौजूद रहे.

By Guru Swarup Mishra | October 16, 2023 7:28 PM

रांची: झारखंड में अब तक सरकारी स्कूलों की बदहाली की तस्वीर सामने आती थी. भवन तो आलीशान हैं. उस शिक्षा के मंदिर में बच्चों के भविष्य गढ़ने वाले शिक्षक ही नहीं हैं, लेकिन झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार में लगातार नियुक्ति दी जा रही है. इससे राज्य के सभी विभागों में खाली पड़े पद भरने लगे हैं. इसी कड़ी में रांची के मोरहाबादी स्थित स्व. रामदयाल मुंडा मैदान में कार्यक्रम आयोजित कर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 827 माध्यमिक शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिया. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सांकेतिक तौर पर अपने हाथों से 24 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपा. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस अवसर पर स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा तैयार जे गुरुजी एप्प को लांच किया. इस एप्प के जरिए राज्य के सरकारी विद्यालयों के विद्यार्थी डिजिटल कंटेंट के साथ ऑडियो-वीडियो माध्यम से विद्यालय के अलावा अपने घर में भी पढ़ाई कर सकते हैं. सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य में बड़े पैमाने पर नियुक्तियों की प्रक्रिया जारी है. कई विभागों में नियुक्ति हो चुकी है तो कई पदों के लिए नियुक्ति प्रक्रिया चल रही है. यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा. इस दौरान कार्यक्रम में मंत्री सत्यानंद भोक्ता, आलमगीर आलम के अलावा सांसद महुआ माजी, शिक्षा सचिव के रवि कुमार समेत कई अधिकारी मौजूद थे.

विपरीत हालात में भी हमने किए कई काम

झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि शिक्षकों की संख्या काफी अधिक है. हमें नियुक्ति पत्र देने के लिए मैदान में पंडाल लगाना पड़ रहा है. हम राज्य को विकास की दिशा में आगे लेकर जाने की लगातार कोशिश कर रहे हैं. सत्ता में आने के बाद कोरोना ने दस्तक दी. इससे ऊपर आये तो विपक्ष ने अपना ताना-बाना बुनना शुरू कर दिया. बावजूद इसके हमने राज्य की जटिल समस्याओं को हल किया है. राज्य में जब जनता ने हमारी सरकार चुनी, तो कई आकांक्षाएं थीं. हम पूरी तरह से जनता की उम्मीदों को पूरा करने का काम कर रहे हैं.

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बहाली निकालकर युवाओं के सपनों को किया जा रहा पूरा

झारखंड के मु‍ख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि जब राज्य अलग हुआ तो यहां के लोगों के समक्ष एक बड़ी समस्या थी. किसान हो या युवा. सभी को कई उम्मीदें थीं कि राज्य अलग होने के बाद झारखंड के लोगों के दिन बदलेंगे, लेकिन कुछ ऐसी सरकार बनी जो यहां के लोगों के सपने को पूरा करने के बजाय उसे अधूरा छोड़ दिया. अब झारखंडियों की सरकार है और पूरी तरह से किसान, युवाओं के दु:ख-दर्द को खत्म करने की कोशिश कर रही है. गृह विभाग, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग समेत विभिन्न विभागों में नियुक्ति निकाल कर युवाओं के सपने को पूरा करने का काम किया जा रहा है.

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कई पदों के लिए चल रही है नियुक्ति प्रक्रिया

सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य में बड़े पैमाने पर नियुक्तियों की प्रक्रिया जारी है. कई विभागों में नियुक्ति हो चुकी है तो कई पदों के लिए नियुक्ति प्रक्रिया चल रही है. यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा. इसी कड़ी में आज आपके बीच नियुक्ति पत्र का वितरण हो रहा है. आपसे उम्मीद है कि एक शिक्षक के रूप में आप बच्चों का भविष्य संवारने के साथ राज्य के विकास में अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी निष्ठा से करेंगे. सीएम डॉ रामदयाल मुंडा फुटबॉल स्टेडियम, मोरहाबादी, रांची में आयोजित शिक्षक नियुक्ति पत्र वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे. इस अवसर पर उन्होंने माध्यमिक विद्यालयों के लिए चयनित स्नातक प्रशिक्षित 827 शिक्षकों में से 24 शिक्षकों को सांकेतिक रूप से नियुक्ति पत्र प्रदान किया.

पहली बार नियुक्ति नियमावली के तहत हो रहीं नियुक्तियां

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड अलग राज्य गठन के दो दशक से ज्यादा हो चुके हैं, लेकिन कभी नियुक्ति नियमावली नहीं बन सकी. इस वजह से पहले जो भी नियुक्तियां हुईं, वह विवादों के घेरे में आती रहीं. मामला न्यायालयों में पहुंचा. इस वजह से नियुक्तियों में तो विलंब हुआ ही, साथ ही भ्रष्टाचार की बातें लगातार सामने आईं. हमारी सरकार ने पहली बार नियुक्ति नियमावली बनाकर विभिन्न विभागों में खाली पदों पर नियुक्तियां कर रही है. जेपीएससी का रिजल्ट रिकॉर्ड समय में जारी हुआ और इसमें 32 ऐसे अधिकारी बने, जो बीपीएल श्रेणी से आते हैं. यह इस बात का गवाह है कि जेपीएससी की परीक्षा में पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता बरती गई और कहीं कोई विवाद पैदा नहीं हुआ. मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी विभागों में तो नियुक्तियों का दौर चल ही रहा है. डॉक्टर, इंजीनियर, पशु चिकित्सक, आयुष चिकित्सक, कृषि पदाधिकारी, खेल पदाधिकारी, पंचायत सचिव, नर्स और लिपिक आदि के पदों पर नियुक्ति हो चुकी है. रोजगार मेला लगाकर निजी संस्थानों और कंपनियों में भी लगभग 34 हज़ार नौजवानों को ऑफर लेटर मिल चुका है. सरकार का प्रयास है कि यहां के नौजवानों को अपने पैरों पर खड़ा कर सकें.

जे गुरुजी एप्प की लॉन्चिंग

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस अवसर पर स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा तैयार जे गुरुजी एप्प को लांच किया. इस एप्प के जरिए राज्य के सरकारी विद्यालयों के विद्यार्थी डिजिटल कंटेंट के साथ ऑडियो-वीडियो माध्यम से विद्यालय के अलावा अपने घर में भी पढ़ाई कर सकते हैं. इस अवसर पर मंत्री आलमगीर आलम और सत्यानंद भोक्ता, राज्यसभा सांसद डॉ महुआ माजी, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव के रवि कुमार, प्राथमिक शिक्षा निदेशक नेहा अरोड़ा, एसपीडी निदेशक किरण पासी और माध्यमिक शिक्षा निदेशक सुनील कुमार समेत जिला प्रशासन के कई अधिकारी मौजूद थे.

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