सरना झंडा अपमान: आदिवासी संगठनों के रांची बंद का कैसा रहा असर? कौन-कौन किए गए अरेस्ट
केंद्रीय सरना समिति एवं पहान महासंघ के लोगों ने रांची के करमटोली चौक को जाम किया था. इससे चारों ओर घंटों भीड़ लगी रही. कांके सरना समिति के लोग कांके के नगड़ी-बोड़ेया सड़क बंद करा रहे थे. कोकर चौक में भी घंटों आदिवासी सड़क पर उतरकर बंद कराते रहे.
रांची: झारखंड पहान महासंघ, केंद्रीय सरना समिति एवं विभिन्न आदिवासी सामाजिक संगठनों द्वारा सरना झंडा जलाने के विरोध में शनिवार को रांची बंद बुलाया गया था. आदिवासी सामाजिक संगठनों ने इस बंद को सफल बताया. रांची बंद को सफल बनाने के लिए सुबह से ही लोग सड़क पर उतर गए थे. पुलिस भी रांची बंद को देखते हुए चौकस थी. ऐसे में पुलिस ने रांची बंद कराने सड़क पर उतरे प्रदर्शनकारियों को समझाया. इस क्रम में कई प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया.
बंद कराने सड़क पर उतरे आदिवासी
केंद्रीय सरना समिति एवं पहान महासंघ के लोगों ने रांची के करमटोली चौक को जाम किया था. इससे चारों ओर घंटों भीड़ लगी रही. कांके सरना समिति के लोग कांके के नगड़ी-बोड़ेया सड़क बंद करा रहे थे. कोकर चौक में भी घंटों आदिवासी सड़क पर उतरकर बंद कराते रहे. इसी तरह पूरी रांची की सड़कों पर आदिवासी उतरे और विरोध प्रदर्शन किया.
इन्हें किया गया अरेस्ट
केंद्रीय सरना समिति, जय आदिवासी केंद्रीय परिषद के लोगों समेत अन्य को रांची बंद कराने के दौरान विरोध प्रदर्शन करने को लेकर पुरानी जेल के समीप से गिरफ्तार किया गया. इनमें केंद्रीय सरना समिति के केंद्रीय अध्यक्ष फूलचंद तिर्की, उपाध्यक्ष प्रमोद एक्का, सचिव विनय उरांव, निरंजना हेरेंज, जगदीश पहान, हलधर, चंदन पहान, भुनेश्वर लोहरा एवं अन्य शामिल थे. केंद्रीय समिति के अध्यक्ष फूलचंद तिर्की ने रांची बंद को सफल बताया.