झारखंड विधानसभा में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय के सवालों का जवाब नहीं दिया. इस पर सरयू राय ने कहा है कि मुख्यमंत्री को ऐसे मंत्री को पद से हटा देना चाहिए. सरयू राय ने शुक्रवार को कहा कि ऐसा लगता है कि सरकार ने स्वास्थ्य विभाग को छुट्टा सांड की तरह छोड़ दिया है. ये मुख्यमंत्री की बात भी नहीं सुनते. मुख्यमंत्री का आदेश नहीं मानने पर स्वास्थ्य मंत्री को तो मंत्रिमंडल से हटा देना चाहिए.
निर्दलीय विधायक सरयू राय ने मीडिया को बताया कि उनका अल्पसूचित प्रश्न छठे नंबर पर था. सरकार ने उसका उत्तर नहीं दिया. श्री राय ने कहा कि उन्होंने अध्यक्ष को बताया कि मेरे सवालों का जवाब स्वास्थ्य विभाग नहीं दे रहा है. उन्होंने सरकार से सवाल पूछा था कि टेंडर में कम कीमत पर सप्लाई करने वाली कंपनी को टेंडर न देकर राज्य सरकार ने भारत सरकार की एजेंसी से महंगी दवाएं क्यों खरीदी.
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श्री राय ने कहा कि सरकार ने इसका जवाब नहीं दिया. उन्होंने कहा कि इसके पहले उन्होंने मानसून सत्र में भी सरकार से एक सवाल पूछा था. उस सवाल का जवाब आज तक नहीं मिला. श्री राय ने कहा कि उन्होंने पूछा था कि कोविड में जो सहायता राशि लोगों को देनी थी, मिली या नहीं, इसका जवाब स्वास्थ्य मंत्री ने आज तक नहीं दिया. उन्होंने कहा कि सचिवालय से दो बार रिमाइंडर दिया गया, लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने जवाब नहीं दिया.
सरयू राय ने दावा किया कि कल उनके ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर स्वास्थ्य मंत्री ने सदन में असत्य बातें कहीं. मंत्री ने सदन में कहा कि जब मैं (सरयू राय) मंत्री था, तो मैंने ट्रांसफर-पोस्टिंग में गड़बड़ी की. सरयू राय ने कहा कि अगर मैंने कोई अनियमितता की, तो इससे स्वास्थ्य मंत्री को भी अनियमितता करने का अधिकार नहीं मिल जाता. श्री राय ने कहा कि मैंने ट्रांसफर-पोस्टिंग में कोई अनियमितता नहीं की. जहां मेरा अधिकार नहीं था, उसमें मुख्यमंत्री की अनुमति के बगैर मैंने कोई ट्रांसफर-पोस्टिंग नहीं की.
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उन्होंने कहा कि कई बार सरकार से सवाल पूछा जाता है, तो कुछ भी जवाब दे दिया जाता है. यह परंपरा उचित नहीं है. श्री राय ने कहा कि मुख्यमंत्री फाइल मांगते हैं, तो स्वास्थ्य विभाग फाइल नहीं देता. उन्होंने कहा कि अगर मुख्यमंत्री की नहीं चलेगी, तो इससे गंभीर मामला क्या हो सकता है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को चाहिए कि स्वास्थ्य मंत्री को अविलंब उनके पद से हटायें.
सरयू राय ने कहा कि अगर स्वास्थ्य मंत्री उनके सवालों का उचित जवाब नहीं देंगे, तो वह उनके खिलाफ विधिसम्मत कार्रवाई करेंगे. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री मेरे सवालों का जवाब 21 मार्च को देना चाहते हैं. मैं 21 मार्च का इंतजार करूंगा. देखना है कि मंत्री उस दिन क्या जवाब देते हैं. उन्होंने कहा कि जुलाई में पूछे गये उनके सवाल का अब तक जवाब नहीं मिला, उस पर कोई चर्चा भी नहीं होती.