निरंकारी मिशन का उद्देश्य है मानव जीवन का कल्याण
बहन पूनम तिवारी ने कहा कि संत निरंकारी मिशन का एकमात्र उद्देश्य निरंकार परमात्मा से साक्षात्कार कराकर मानव जीवन का कल्याण करना है.
रांची़ संत निरंकारी सत्संग भवन बुद्ध विहार, अरगोड़ा में रविवार को सत्संग का आयोजन हुआ. जमशेदपुर से आयीं बहन पूनम तिवारी ने गुरु के विचारों को साझा करते हुए कहा कि संत निरंकारी मिशन का एकमात्र उद्देश्य निरंकार परमात्मा से साक्षात्कार कराकर मानव जीवन का कल्याण करना है. यह मिशन वर्ष 1929 से ही मानव मन में व्याप्त सभी कुरीतियों एवं नकारात्मक भावों को समाप्त कर रहा है. निरंकारी मिशन मानव को मानवीय गुणों से लैस करना सिखाता है. इसका उद्देश्य मानव में सहनशीलता, विनम्रता, प्यार, अमन-चैन स्थापित करना है. उन्होंने कहा कि ज्ञान के दिव्य चक्षु से संत-महात्माओं को संसार का हर एक प्राणी उत्तम और श्रेष्ठ दिखायी देता है. परमात्मा एक है. परमात्मा ही इस संसार को चलाने वाला है. बिना गुरु के परमात्मा नहीं मिल सकता. सिर्फ गुरु ही परमात्मा से साक्षात्कार करा सकता है. सत्संग में आने से मनुष्य में परमात्मा को जानने की जिज्ञासा उत्पन्न होती है. जिज्ञासा से परमात्मा का ज्ञान होता है. संत निरंकारी मंडल की संयोजक बहन चंपा भाटिया ने कहा कि गुरु ही परमात्मा से साक्षात्कार करता है. सत्संग में आकर ही सच्चे गुरु का ज्ञान संभव है.
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