सावन की चौथी सोमवारी 27 जुलाई को है. इस दिन पहाड़ी मंदिर सहित अन्य शिवालयों में प्रातः जलाभिषेक कर पूजा की जायेगी. फिर आरती कर पट बंद कर दिया जायेगा. इधर, भक्त अपने घरों में ही बाबा का जलाभिषेक करेंगे. कई भक्त दिन भर उपवास रखकर शाम में पूजा अर्चना कर फलाहारी करेंगे.
सोमवार होने के कारण काफी संख्या में भक्त रुद्राभिषेक और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करवायेंगे. शाम में बाबा का शृंगार कर आरती करेंगे और प्रसाद अर्पण कर इसका वितरण करेंगे. सावन की पांचवी और अंतिम सोमवारी तीन अगस्त को है. इसी दिन रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया जायेगा.
बाजारों में रही चहल पहल
बाजारों में चहल-पहल रही. पूजा अर्चना के लिए भक्तों ने सामान और फल आदि की खरीदारी की. इसके अलावा फूल और बिल्व पत्र आदि खरीदा़
पहाड़ी मंदिर में सुबह 4:30 बजे हुई पूजा अर्चना
पहाड़ी मंदिर में सुबह 4:30 बजे सरकारी पूजा अर्चना की गयी. पंडित राधाकृष्ण मिश्र, पिंटू कुमार, कबीर दास और मनोज मिश्र ने पूजा अर्चना की. भक्तों ने बाबा का ऑनलाइन दर्शन किया. जो रात 9:00 बजे तक जारी रहा. पहाड़ी बाबा मंदिर में भोलेनाथ का सुबह और शाम में फूलों से विशेष शृंगार किया गया. शाम में शृंगार के बाद आरती कर मंदिर का पट बंद कर दिया गया. रविवार होने के कारण कई भक्त पहाड़ी मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार के सामने से बाबा को नमन कर और जल गिरा कर उनकी पूजा अर्चना इसके बाद सब की मंगल कामना कर चले गये.