Sawan 2023: सावन के पहले दिन मंदिरों में उमड़े श्रद्धालु, भोले बाबा का किया जलाभिषेक

पंडित कबीर बाबा और पिंटू बाबा ने पूजा संपन्न करायी. इसके बाद श्रद्धालुओं के लिए पट खोल दिया गया. भक्तों ने जलाभिषेक कर बाबा का आशीर्वाद लिया. मंदिर में ज्यादा भीड़ नहीं होने के कारण अरघा नहीं लगाया गया.

By Prabhat Khabar News Desk | July 5, 2023 8:15 AM

Sawan 2023: देवों के देव महादेव का प्रिय माह सावन शुरू हो गया है. पहले दिन पहाड़ी मंदिर व सुरेश्वर महादेव मंदिर सहित शहर के सभी मंदिरों में सुबह से ही भक्तों की भीड़ लगी थी. देर शाम तक भक्तों ने भगवान भोले नाथ का जलाभिषेक किया. ऐसी मान्यता है कि सावन माह में भगवान शिव की आराधना करने से सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है और हर मनोकामना पूरी होती है. इस दौरान जय शिव व हर-हर महादेव के जयकारों से शिवालय गूंजते रहे. वहीं, शाम में शिवालयों में भोले बाबा का भव्य शृंगार किया गया.

दो माह का सावन

इस बार दो माह का सावन होगा. ऐसे में लोगों को आठ सोमवारी व्रत रखने का मौका मिलेगा. पुजारियों के अनुसार, भक्तों के लिए आठ सोमवारी व्रत करना बहुत शुभ होगा. पुजारियों ने बताया कि लोग इसे मलमास मान रहे हैं, जबकि यह पुरुषोत्तम मास है. इस मास में बाबा की पूजा करना बहुत ही उत्तम है.

पहाड़ी मंदिर में हुई स्पर्श पूजा

सावन के पहले दिन पहाड़ी मंदिर में सुबह से ही भक्त जलाभिषेक के लिए पहुंचने लगे थे. सुबह साढ़े तीन बजे सरकारी पूजा शुरू हुई. पंडित कबीर बाबा और पिंटू बाबा ने पूजा संपन्न करायी. इसके बाद श्रद्धालुओं के लिए पट खोल दिया गया. भक्तों ने जलाभिषेक कर बाबा का आशीर्वाद लिया. मंदिर में ज्यादा भीड़ नहीं होने के कारण अरघा नहीं लगाया गया. भक्तों ने स्पर्श पूजा कर सुख-समृद्धि की कामना की. शाम में बाबा का भव्य शृंगार किया गया. शाम साढ़े सात बजे सामूहिक महाआरती की गयी. इसके बाद भक्तों ने बाबा का शृंगार दर्शन कर पूजा की. फिर प्रसाद का वितरण किया गया. वहीं, काफी संख्या में भक्त पहाड़ी मंदिर में पूजा कर देवघर और अमरनाथ यात्रा के लिए रवाना हुए.

मंदिरों में की गयी जरूरी व्यवस्था

सावन को लेकर रांची के पहाड़ी मंदिर सहित शहर के सभी शिवालयों व अन्य मंदिरों को सजाया गया है. वहीं, श्रद्धालुओं को पूजा करने में कोई परेशानी न हो, इसको लेकर भी तैयारी कर ली गयी है. सभी मंदिरों में जरूरी व्यवस्था की गयी है. मंदिरों के बाहर पूजन सामग्री के स्टॉल लगाये गये हैं. साथ फूल माला और बेल पत्र की व्यवस्था की गयी है. भक्तों की होने वाली भीड़ को देखते हुए विधि व्यवस्था पर खास ध्यान दिया जा रहा है.

मैं शिव भक्त हूं. सावन आते ही भगवान शिव की आराधना में लीन हो जाता हूं. सावन के पूरे माह बाबा का जलाभिषेक करता हूं. सावन के पहले दिन मंदिर में बाबा का जलाभिषेक कर बहुत आनंदित हुआ.

– अमित कुमार झा, कोकर

मैं हर वर्ष सावन के पहले दिन से ही बाबा का जलाभिषेक करती हूं. मन को बहुत शांति मिलती है. रांची में रह कर पढ़ाई कर रही हूं. बाबा से बस यही कामना है कि पढ़ाई में मुझे बाबा का आशीर्वाद मिले.

-मुस्कान, डंगराटोली चौक

सावन के पहले दिन बाबा का जलाभिषेक किया. सावन में पहली सोमवारी के साथ ही पूरे साल भर सोमवारी व्रत करने का संकल्प लिया. पुजारी जी से व्रत और पूजन विधि के बारे में समझ लिया है.

पवन कुमार यादव, लालपुर

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मैं हर साल सावन माह में सोमवारी का व्रत रखती हूं. इस बार दो माह का सावन पड़ रहा है. ऐसे में बहुत खुशी हो रही है. आठ सोमवारी व्रत करने का अवसर मिलेगा. यह व्रत उत्साहित करने वाला होता है.

मोनिका गुप्ता, मेन रोड

बोले पुजारी

आठ सोमवार के साथ इस बार दो महीने का सावन पड़ रहा है. सावन माह को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखा जा रहा है. यह पुरुषोत्तम मास है. सावन के पहले दिन सुबह से ही मंदिर में भक्तों की भीड़ लगी रही. प्राचीन शिव मंदिर होने के कारण इस मंदिर के प्रति लोगों की काफी श्रद्धा और विश्वास है. सावन माह में बाबा के दर्शन के लिए दूर-दूर से लोग पहुंचते हैं. यहां हर सोमवार को रुद्राभिषेक होता है. 1962 में मंदिर की स्थापना हुई थी. 17 अप्रैल 2022 को मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया. बचपन से ही मंदिर को देखा है. आज पुजारी के रूप में यहां सेवा दे रहा हूं.

पंडित दिवाकर शास्त्री, पुजारी , प्राचीन मंदिर कोकर

सावन के पहले दिन बाबा को जलाभिषेक करने काफी संख्या में श्रद्धालु सुरेश्वर महादेव मंदिर चुटिया पहुंचे. सुबह चार बजे से ही बाबा को जल चढ़ाने के लिए लोग लाइन में लग गये थे. शाम को बाबा का फूलों से शृंगार किया गया. इसे देखने काफी संख्या में भक्त पहुंचे. इस दौरान आरती के बाद लोगों के बीच प्रसाद का वितरण किया गया. इस बार सावन में आठ सोमवारी पड़ रही है. 19 वर्षों बाद यह संयोग मिला है. लोग कृष्ण पक्ष की पहली दो सोमवारी करें. वहीं, अगले माह कृष्ण पक्ष की अंतिम दो सोमवारी करें. ऐसा करना शुभ होगा.

-शशिकांत पांडेय, पुजारी, सुरेश्वर महादेव मंदिर, चुटिया

यहां रही भक्तों की भीड़

राजधानी के सभी शिवालयों में जलाभिषेक के लिए भक्तों की भीड़ रही. हिनू शिव मंदिर, मेन रोड हनुमान मंदिर स्थित शिवलय, डोरंडा, चुटिया, हरमू, कडरू, मोरहाबादी, बरियातू, कांके रोड, बूटी मोड़, अपर बाजार, रातू रोड व चर्च रोड सहित अन्य इलाके के शिवालयों में भक्तों ने जलाभिषेक किया. इधर, आर्यपुरी, रातू रोड स्थित पंचदेव शिव मंदिर में सावन के पहले दिन सुबह चार बजे से ही भक्तों के आने का सिलसिला शुरू हो गया था.

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