आज सोमवारी की अंतिम सोमवारी है. शिव के भक्तों में श्रद्धा का उल्लास फैला हुआ है. शिव मंदिरों में विशेष तैयारी की गयी है. खास बात है कि वर्षों बाद आखिरी सोमवारी को सोम प्रदोष का विशेष संयोग बन रहा है. पंडित अंकित तिवारी ने कहा कि इस खास दिन पर उमा महेश की पूजा का विधान है. आज दोपहर 2:57 बजे तक द्वादशी है. इसके बाद त्रयोदशी लग जायेगी, जो कल दोपहर 12:28 बजे तक रहेगा.
प्रदोष के समय त्रयोदशी मिलने के कारण ही सोम प्रदोष का संयोग बन रहा है. वहीं सोमवार सुबह 8.27 बजे तक आयुष्मान योग और देर रात 1:01 बजे तक उत्तराषाढ़ नक्षत्र मिल रहा है. इस कारण अंतिम सोमवारी का महत्व और बढ़ गया है. इस दिन भगवान भोलेनाथ के जलाभिषेक, रुद्राभिषेेक, महामृत्युंजय मंत्र के जाप के साथ दान-पुण्य का भी विशेष महत्व है.
पहाड़ी मंदिर सहित राजधानी के सभी शिवालयों में आज दिनभर बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक होगा. शाम में मंदिर की साफ-सफाई होगी और बाबा का भव्य शृंगार किया जायेगा. आखिरी सोमवारी पर सभी मंदिरों में शिव के विशेष शृंगार की तैयारी है. इधर, रविवार को शिव मंदिरों में आकर्षक लाइटिंग की गयी. कई मंदिरों के बाहर भक्तों के स्वागत के लिए शिविर लगाये गये हैं. इन शिविर में पूजन सामग्री की भी व्यवस्था है. रात में आरती के बाद प्रसाद वितरण होगा. खीर भोग की भी विशेष व्यवस्था है.
पहाड़ी मंदिर में अंतिम सोमवारी पर विशेष व्यवस्था की गयी है. अरघा सिस्टम से जलाभिषेक होगा. वहीं पहाड़ी मंदिर मे भक्तों के लिए 1500 लोटा की व्यवस्था है, ताकि आसानी से जलाभिषेक कर सकें. इधर, सुरक्षा की विशेष व्यवस्था की गयी है. यहां 20 मजिस्ट्रेट की तैनाती की गयी है. साथ ही 200 पुलिसकर्मी भी तैनात रहेंगे. 40 कैमरे होंगे़ सदर अस्पताल तीन जगहों पर शिविर लगायेगा.
सावन के अंतिम रविवार को भी पहाड़ी बाबा के जलाभिषेक के लिए श्रद्धालुओं की कतार लगी रही. करीब 20 हजार से अधिक भक्तों ने जलाभिषेक किया. चुटिया स्थित सुरेश्वर महादेव मंदिर सहित शहर के अन्य शिवालयों में भी दिनभर कतार लगी रही. श्रद्धालुओं ने रुद्राभिषेक भी कराया.
हरमू रोड स्थित श्री श्याम मंदिर परिसर में सोमवार को श्यामेश्वर महादेव का महारुद्राभिषेक होगा. सुबह 11 बजे ब्रजकिशोर शारदा, दोपहर 1:30 बजे बसंत पोद्दार और शाम चार बजे उमेश कामदार परिजनों के साथ रुद्राभिषेक करेंगे. इसके बाद शिव परिवार का विशेष शृंगार होगा. महाआरती होगी.
पूजन सामग्री की दुकानें भी सजकर तैयार हैं. पहाड़ी मंदिर से लेकर गाड़ीखाना चौक, कमलाकांत रोड, बालाजी मंदिर के समीप तक दुकानें सजायी गयी हैं.
अंतिम सोमवारी पर राजधानी की सुरक्षा चाक-चौबंद रहेगी. पूरे शहर में 700 पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे. इसमें दो कंपनी रैपिड एक्शन पुलिस (रैप), एसआइआरबी, आइआरबी, इको की एक-एक कंपनी और जिला पुलिस के जवान तैनात रहेंगे. स्वर्णरेखा नदी से पहाड़ी मंदिर तक के मार्ग पर पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है. शनि मंदिर, गोशाला के सामने, दुर्गा मंदिर, मीनाक्षी सिनेमा के पास ट्रैफिक पुलिस व पदाधिकारियों को तैनात किया गया है. भीड़ अधिक होने पर ट्रैफिक के विशेष क्यूआरटी को भी लगाया जायेगा.
मां काली सेना ने रविवार रात अल्बर्ट एक्का चौक के समीप जागरण का आयोजन किया. जागरण का आनंद लेने के लिए देर रात तक भक्तों की भीड़ जुटी रही. भजनों पर श्रद्धालु झूम उठे. गणेश के बप्पा जैसे गीतों पर कलाकारों ने सबको झुमाया. शिव शक्ति क्लब की ओर से संकट मोचन मंदिर मेन रोड के समीप भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना की गयी. इधर, अग्रवाल युवा सभा ने अलबर्ट एक्का चौक के समीप सेवा शिविर लगाया़ इसमें अध्यक्ष सौरभ बजाज, रोहित सरावगी, शुभम लोहिया, संयोजक अभिषेक झांझरिया, मोहित अग्रवाल आलोक बजाज का सहयोग रहा.
अंतिम सोमवारी पर पहाड़ी बाबा के जलाभिषेक के लिए रविवार रात से ही श्रद्धालुओं की कतार लगने लगी. पूरा पहाड़ी मंदिर रोड कांवरियों से पट गया. चुटिया से पहाड़ी मंदिर रोड तक हर तरफ कांवरियों की भीड़ थी. चारों तरफ बोल बम के नारे लग रहे थे.