Bharat Net Project : झारखंड के 90 पर्सेंट पंचायतों में नहीं पहुंची इंटरनेट सेवा
bharat net project latest news, Phase 2, Phase 3, Bharat Net Project Jharkhand : पंचायतों को डिजिटल बनाने के उद्देश्य से शुरू की गयी केंद्र सरकार की ‘भारत नेट परियोजना’ झारखंड में फेल है. यहां की 4356 ग्राम पंचायतों में से अब तक 2675 ग्राम पंचायतों को ही ऑप्टिकल फाइबर के जरिये नेट कनेक्टिविटी से जोड़ा जा सका है.
रांची : पंचायतों को डिजिटल बनाने के उद्देश्य से शुरू की गयी केंद्र सरकार की ‘भारत नेट परियोजना’ झारखंड (Bharat Net Project Jharkhand) में फेल है. यहां की 4356 ग्राम पंचायतों में से अब तक 2675 ग्राम पंचायतों को ही ऑप्टिकल फाइबर के जरिये नेट कनेक्टिविटी से जोड़ा जा सका है. इनमें से भी केवल 10 प्रतिशत ग्राम पंचायतों में नेट सेवा शुरू हो सकी है, जो पंचायत भवनों तक ही सीमित है. इस तरह 1681 ग्राम पंचायतों (Gram Panchayat) को अब तक ऑप्टिकल फाइबर (Optical fiber) से नेट कनेक्टिविटी (Internet connectivity) नहीं मिली है.
भारत सरकार के दूरसंचार मंत्रालय ने वर्ष 2014-15 में ‘भारत नेट परियोजना’ शुरू की थी. भारत ब्रॉड बैंड नेटवर्क लिमिटेड (बीबीएनएल) के माध्यम से यह काम किया जाना था. एक बार फिर इस परियोजना को शत प्रतिशत पूरा करने के लिए तिथि बढ़ा कर अगस्त 2021 करने की बात हो रही है. राज्य में सूचना प्रोद्यौगिकी विभाग के अधीन यह काम है.
हजारीबाग की छह पंचायत में वाइ-फाइ चौपाल योजना शुरू : राज्य के हजारीबाग जिले में वाइ-फाइ चौपाल योजना शुरू हुई है. रिपोर्ट के मुताबिक, यहां के छह पंचायतों में वे योजना शुरू है. अन्य जिलों से मिली जानकारी के मुताबिक, भारत नेट सेवा शुरू होने पर ही वाइ-फाइ चौपाल योजना शुरू होगी.अभी कोरोना महामारी के दौरान जहां सोशल डिस्टैंसिंग ही बचाव है.
पूरी दुनिया डिजिटल मोड में है. अगर ये योजना चालू हो जाती, तो ग्रामीण इलाकों में लोगों को बड़ी राहत मिलती. उन्हें सारी सेवाएं ऑनलाइन मिलतीं.
चोरी भी हो रही हैं मशीनें : सेवा शुरू नहीं होने की स्थिति में कई पंचायतों से नेट कनेक्टिविटी के लिए लगाये गये बॉक्स की भी चोरी हुई है. हजारीबाग में 20 पंचायतों से बॉक्स की चोरी हुई है. वही खूंटी में भी बॉक्स चोरी होने की सूचना मिली है. अन्य जगहों से भी बॉक्स चोरी होने की सूचना है.
दो चरणों मे कराया जा रहा कामपहला चरण : सात जिले : बोकारो, रांची, रामगढ़, देवघर, हजारीबाग, साहेबगंज और कोडरमा. छह जिले : धनबाद, पूर्वी सिंहभूम, लातेहार, गिरिडीह, लोहरदगा और पलामू.
दूसरा चरण : गुमला, सिमडेगा, गढ़वा, चतरा, पश्चिमी सिंहभूम, खूंटी, जामताड़ा, पाकुड़, दुमका, सरायकेला-खरसावां और गोड्डा.
पंचायतों को डिजिटल बनाने की थी तैयारी
भारत सरकार के दूरसंचार मंत्रालय ने वर्ष 2014-15 में ‘भारत नेट परियोजना’ शुरू की थी
झारखंड में काफी धीमा चल रहा काम, मात्र 10 प्रतिशत पंचायतों में ही शुरू हो पायी है नेट सेवा
स्कूल, आंगनबाड़ी, पंचायत भवन, पीएचसी, राशन दुकान, डाकघर में देनी है नेट कनेक्टिविटी
जिलों में ऑप्टिकल फाइबर बिछाने और कनेक्टिविटी की स्थिति
जिला जोड़ा गया
बोकारो 243
देवघर 192
साहिबगंज 167
धनबाद 163
पूसिंहभूम 164
गिरिडीह 337
पसिंहभूम 05
जामताड़ा 08
पाकुड़ 00
दुमका 50
गोड्डा 14
सरायकेला
खरसावां 02
रामगढ़ 137
क्या है भारत नेट सेवा (What is Bharat Net Project) : भारत सरकार ने ब्रॉड बैंड कार्यक्रम शुरू किया था. इसके तहत देशभर के 2. 50 लाख ग्राम पंचायतों में नेट कनेक्टिविटी देने की योजना शुरू जी थी. 100 एमबीपीएस स्पीड की कनेक्टिविटी करनी है. मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत ई- हेल्थ ई- एजुकेशन, ई-गवर्नेंस सहित सारे सरकारी भवनों को डिजिटल करना है. ताकि लोगों का काम आसानी से हो सके. उन्हें सहूलियत मिल सके. ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क कनेक्टिविटी ग्राम पंचायत तक पहुंचाना है. सस्ता ब्रॉडबैंड की सेवा उपलब्ध कराना है. भारत सरकार ने 2015 में इसका नाम बदलकर भारत नेट रखा.
फरवरी में समय हुआ खत्म : सचिव : आइटी सचिव राजेश कुमार शर्मा ने बताया कि योजना के तहत जो काम हो रहे थे, उसका समय फरवरी में समाप्त हो गया है. अब फिर से काम के लिए टाइम एक्सटेंशन देने की जरूरत होगी. अभी इस पर निर्णय नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि सेकेंड फेज का काम विभाग कर रहा है.
Post by : Pritish Sahay